विकास यात्रा में नेताओं को खरी-खोटी सुनना पड़ रही है। सोमवार रात का एक वीडियो खंडवा के गांव गांधवा का वायरल हो रहा है। यहां विधायक व भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राम दांगोरे को लेकर लोगों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए। आक्रामक भीड़ ने नेताओं को घेर लिया, नोंचने और पीटने को आमादा हो गई। फिर किसी तरह पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने मंच से नेताओं को सुरक्षित बाहर निकाला। गांव में रात्रि विश्राम तय था, लेकिन विरोध के कारण प्रशासन को कैंसिल करना पड़ा।
विधायक को लेकर ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी की वजह नहर का मुद्दा है। किसान बहुल क्षेत्र के लोग सालों से नहर की मांग करते आ रहे है। पिछले साल लोकसभा उपचुनाव में इस गांव में प्रचार करने आए इंदौर सांसद शंकर लालवानी को रोक दिया गया था। सांसद व भाजपा नेताओं को बगैर प्रचार किए लौटना पड़ा था। तब कई नेताओं ने गांधवा समेत क्षेत्र के लोगों को आश्वस्त किया था कि, चुनाव संपन्न होने के बाद नहर योजना को स्वीकृति दिला दी जाएगी। लेकिन सालभर होने को है, अब तक सरकार ने उनकी मांग पूरी नही की।
कांग्रेस विधायक ने अपने क्षेत्र में स्वीकृत करवा ली नहर
आंदोलनरत नहर सैनिकों का आक्रोश तब बढ़ा जब भीकनगांव विधानसभा के झिरन्या में सरकार ने लिफ्ट इरिगेशन को स्वीकृति दे दी। लगभग टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। इस विधानसभा पर बीते दो कार्यकाल से कांग्रेस का कब्जा है। जब कांग्रेस की विधायक झूमा सोलंकी अपने क्षेत्र में नहर योजना को स्वीकृति दिला सकती है, तो भाजपा के विधायक और प्रदेश प्रवक्ता राम दांगोरे अपने क्षेत्र को नहर की सौगात क्यों नही दिला सकते।
मारपीट की प्लानिंग थी, नेताओं के वाहन पंचर किए
वायरल वीडियो में मंच से विधायक राम दांगोरे भाषण दे रहे थे, तभी ग्रामीण लोग अश्लील गालियां देने लगे। कुछ नेताओं ने ग्रामीणों को समझाया, फिर गांव के एक नहर सैनिक ने अपनी समस्याएं बताई। कुछ ही देर में भीड़ आक्रोशित हो गई और मंच पर चढ़कर नेताओं को घेर लिया। बताते है कि, हाथापाई भी हो गई थी, फिर सुरक्षाकर्मी और पुलिस ने नेताओं को पंचायत के भीतर किया। दूसरे गेट से बाहर निकाला। ग्रामीणों ने वाहनों को पंचर कर दिया तो हवा निकाल दी। प्लानिंग के मुताबिक, नेताओं को घेरकर मारपीट की थी लेकिन नेताओं ने हालात भांप लिए और आक्रोशित लोगों से ही स्वागत करवा लिया।