रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग अब और हिंसक हो गई है। भारी लड़ाई के चलते कई भारतीय अभी भी यूक्रेन के कई शहरों में फंसे हुए हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में जारी युद्ध के मद्देनजर एक उच्चस्तरीय बैठक की। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि, हमने जब अपनी पहली एडवाइजरी जारी की थी उस समय यूक्रेन में लगभग 20,000 भारतीय छात्र थे, तब से लगभग 12,000 छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं। जो कि यूक्रेन में हमारे नागरिकों की कुल संख्या का 60 प्रतिशत है, बाकी बचे 40% छात्रों में से लगभग आधे संघर्ष क्षेत्र में हैं और आधे यूक्रेन के पश्चिमी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं या उसकी तरफ बढ़ रहे हैं। विदेश सचिव ने कहा कि, हमारे सब नागरिकों ने कीव छोड़ दिया है, हमारे पास जो जानकारी है उसके मुताबिक कीव में हमारे और नागरिक नहीं हैं, वहां से हमें किसी ने संपर्क नहीं किया है। सरकार की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि अगले तीन दिनों में 26 उड़ानें भरी जाएंगी और इसके जरिये भारतीयों को यूक्रेन के पड़ोसी देश रोमानिया, पोलैंड या हंगरी से वापस लाया जाएगा। इसमें से बुखारेस्ट से 29 उड़ानें, बुडापेस्ट से 10 उड़ानें, Rzeszow की 6 उड़ानें, Kocise की एक उड़ान शामिल है। बुखारेस्ट के लिए भारतीय वायुसेना एक उड़ान संचालित करेगी ▪️