मैदे से बनी डबल रोटी (ब्रेड) खाने वाले सावधान !

 

 

आज के समाज में मैदे से निर्मित डबल रोटी का प्रयोग एक आम बात हो गई है। प्रायः सभी वर्गों के लोग नाश्ते में अधिकांशतः डबल रोटी का ही प्रयोग करते हैं परन्तु इस डबल रोटी का अधिक सेवन हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाता है। इससे मोटापा, पित्त की थैली में पथरी, हृदयरोग, बंधकोश, कब्जियत, मधुमेह, आंत्रपुच्छ, आँतों का कैन्सर तथा बवासीर जैसे रोगों के उत्पन्न होने की संभावना रहती है।

 

आयुर्वेद में तो सभी वैद्य कहते हैं, जानते हैं कि मैदा से ये हानियाँ होती हैं लेकिन अभी-अभी डॉ. डेनिस पी. बर्कीट द्वारा मैदेवाली डबल रोटी पर किये गये अध्ययनों से पता चलता है कि यह आँतों में चिपक जाती है। कुछ चिकित्सकों ने तो आँतों पर इसकी जमने की तुलना सीमेंट से की है। आँतों में इसके जमने से आँतों कीअवशोषण क्षमता तथा आंकुचन-प्रकुंचन पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

 

डबल रोटी बहुत महीन मैदे से बनायी जाती है, जिसमें रेशा जैसी कोई चीज ही नहीं होती। इसी कारण यह आँतों में जाकर जम जाती है। फलतः डबल रोटी का उपयोग करने वाले लोग प्रायः *कब्ज के शिकार रहते हैं तथा धीरे-धीरे बदहजमी, गैस्ट्रिक (पेट में गैस बनने) जैसी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। इस प्रकार पाचनतंत्र के दुष्प्रभावित होने से शरीर के अन्य तंत्रों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है तथा विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ उत्पन्न होती हैं।

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