*मेयर भार्गव, कलेक्टर सिंह और कमिश्नर वर्मा की सक्रियता से दर्ज हुई एफआईआर*
*इंदौर नगर निगम के कर्मचारियों पर प्राणघातक हमला करने वालों पर आखिरकार एफआईआर दर्ज हो गई है। इसके लिए मेयर पुष्यमित्र भार्गव, कलेक्टर आशीष सिंह और निगम कमिश्नर शिवम वर्मा की सक्रियता के चलते एफआईआर दर्ज हो पाई है। कार्रवाई के बाद तस्वीरों में स्पष्ट दिखाई दे रहा था कि किस तरह कितनी बेहरहमी से निगमकर्मियों की सुताई की गई है। इसमें निगमकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटाई की गई और गाली-गलौज करते कुछ लोग सुनाई दे रहे है। ये लोग हाथों में डंडे लिए निगम की टीम पर हमले करने से बाज नहीं आए। ऐसे में निगम की टीम का मनोबल न गिर जाए, इसलिए मेयर, कलेक्टर व कमिश्नर की सक्रियता के चलते एफआईआर दर्ज की गई। *
बुरी तरह से दौड़ा-दौड़ाकर पिटाई की गई
नगर निगम की टीम पशुपालकों का अवैध बाड़ा तोड़ने गए थे। इसके बाद निगम की टीम पर हमला हो गया और उनकी बुरी तरह से दौड़ा-दौड़ाकर पिटाई की गई। मामले में जब निगम की टीम थाने पहुंचीं तो उसपर पहले से ही कुछ लोगों का कब्जा था और वो निगमकर्मियों को खुले आम गाली-गलौज करते सुनाई दे रहे थे। इसके बाद शाम तक चले संघर्ष के बाद आखिरकार निगम की ओर से एफआईआर दर्ज कर दी गई।
…आखिरकार दर्ज हुई एफआईआर
इस पूरे घटनाक्रम के बाद निगम के मुख्यालय मेयर पुष्यमित्र भार्गव की बात करें या फिर कलेक्टर आशीष सिंह की। या फिर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा की। निगम की टीम पर हमला हुआ तो कोई कैसे बर्दाश करता। क्योंकि निगम का काम ही शहर हित में काम करना है। ऐसे में कर्मचारियों का मनोबल धीरे-धीरे टूटने लगा था, जिसके बाद मेयर भार्गव ने मोर्चा संभाला और दोषियों पर कठोर कार्रवाई के स्पष्ट निर्देश दिए। आखिरकार निगमकर्मियों के साथ मारपीट करने वालों पर एफआईआर दर्ज हो गई, जबकि कुछ अज्ञात है, जिनकी तलाश पुलिस कर रही हैं।