#मुलेठी
एक गुणकारी जड़ी बूटी है। आमतौर पर लोग इसका इस्तेमाल सर्दी-जुकाम या खांसी में आराम पाने के लिए करते हैं। गले की खराश में इसका उपयोग करना सबसे ज्यादा असरदार होता है। हालांकि मुलेठी के फायदे (mulethi ke fayde) सिर्फ इतने ही नहीं हैं बल्कि इसका मुख्य इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने में किया जाता है।
मुलेठी एक झाड़ीनुमा पौधा होता है। आमतौर पर इसी पौधे के तने को छाल सहित सुखाकर उसका उपयोग किया जाता है। इसके तने में कई औषधीय गुण होते हैं। इसका स्वाद मीठा होता है। यह दांतों, मसूड़ों और गले के लिए बहुत फायदेमंद है। इसी वजह से आज के समय में कई टूथपेस्ट में मुलेठी का इस्तेमाल किया जाता है।
औषधीय दृष्टि से देखें तो मुलेठी कई रोगों में लाभकारी है। यह वात और पित्त दोष को कम करती है। शरीर के बाहरी हिस्सों की बात करें तो यह त्वचा रोगों और बालों के लिए फायदेमंद हैं। मुलेठी के प्रयोग से खून साफ़ होता है, बाल बढ़ते हैं और बुद्धि तेज होती है। इसके अलावा भी मुलेठी के फायदे (mulethi ke fayde)कई हैं।
अगर आप अक्सर सिरदर्द से परेशान रहते हैं तो मुलेठी आपके लिए बहुत काम की चीज है। मुलेठी चूर्ण या मुलेठी पाउडर के एक भाग में इसका चौथाई भाग कलिहारी चूर्ण और थोड़ा सा सरसों का तेल मिलाएं। इसे सूंघने से सिरदर्द से आराम मिलता है।
मुलेठी का उपयोग (mulethi ke fayde in hindi) बालों को सही पोषण देने और बढ़ाने में भी किया जाता है। मुलेठी के क्वाथ से बालों को धोने से बालों तेजी से बढ़ते हैं। इसी तरह मुलेठी और तिल को भैंस के दूध में पीसकर सिर पर लेप लगाने से बालों का झड़ना बंद हो जाता है।
माइग्रेन के दर्द से परेशान रहते हैं तो आपको मुलेठी का उपयोग (mulethi ke fayde) करना चाहिये। मुलेठी चूर्ण या मुलेठी पाउडर में शहद मिलाकर इसे नेजल ड्राप की तरह नाक में डालें। इससे माइग्रेन के दर्द से आराम मिलता है।
बाल सफ़ेद होना एक आम समस्या है और आज कल ज्यादातर लोग बाल समय से पहले सफ़ेद होने से परेशान रहते हैं। मुलेठी के उपयोग (mulethi ke fayde) से आप बालों को झड़ने और सफ़ेद होने से रोक सकते हैं। इसके लिए 50ग्राम मुलेठी कल्क, 750 मिली आंवला स्वरस और 750 मिली तिल के तेल को मिलाकर पाक बना लें। नियमित रूप से इस तेल पाक की 1-2 बूँद नाक में डालने से असमय बाल सफ़ेद नहीं होते और बालों का झड़ना भी कम होता है।
#डॉ0_विजय_शंकर_मिश्र:।।