लखनऊ, 15 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शनिवार को विधानभवन के मुख्य द्वार पर ध्वजारोहण किया। कोरोना काल में हर कार्यक्रम और बैठक में मास्क पहनने वाले मुख्यमंत्री योगी इस दौरान केसरिया पगड़ी पहने नजर आए।
उन्होंने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए इस आन्दोलन के महानायकों के बलिदान को याद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन हम सबके लिए उत्साह और उमंग का दिन है। अनगिनत त्याग और बलिदान के फलस्वरूप 15 अगस्त 1947 को देश को स्वाधीनता प्राप्त हुई थी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सत्य और अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी को कोटि-कोटि नमन करने के साथ सरदार पटेल, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, बाबा साहब डॉ. बीआर आम्बेडकर, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे भारत माता के वीर सपूतों को कृतज्ञतापूर्वक स्मरण करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने देश की स्वाधीनता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अपना बलिदान देने वाले सैनिकों का भी कृतज्ञतापूर्वक स्मरण किया।
मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कोराना योद्धा के रूप में काम करने वाले सभी लोगों के कार्यों की सराहना करते हुए उनका अभिनन्दन किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने लॉकडाउन के दौरान विश्व की सबसे बड़ी खाद्य सुरक्षा योजना ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ के माध्यम से 80 करोड़ जनसंख्या को खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया। इसके जरिए उत्तर प्रदेश में 18 करोड़ लोगों को अप्रैल से लेकर अब तक महीने में दो बार खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि श्रमिकों, स्ट्रीट वेंडर, गरीबों, प्रवासी कामगारों आदि को खाद्यान्न व भरण पोषण उपलब्ध कराने का कार्य रहा हो या उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में जहां पर लोगों की मान्यता थी कि यहां अगर कोरोना आएगा तो स्थिति बेहद विध्वंस होगी। यहां हमने ये साबित किया कि उत्तर प्रदेश देश के अन्दर बेहतर परिणाम देने की स्थिति में है। उत्तर प्रदेश ने इस दौरान सेवा के साथ-साथ अपने कार्यों के माध्यम से देश और दुनिया के सामने खुद को साबित किया है। उत्तर प्रदेश में देश में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य होने के बावजूद बेहतर परिणाम देने में सफल हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को दुनिया के सामने एक महान शक्ति के रूप में प्रस्तुत करने का मंत्र दिया है। इसका रास्ता आत्मनिर्भर भारत से होकर जाता है। आत्मनिर्भर भारत ही देश को दुनिया के सामने एक महाशक्ति के रूप में प्रस्तुत करता है। आत्मनिर्भर पैकेज के तहत प्रधानमंत्री ने जो घोषणा की, उसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस दौरान अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ किए। स्वदेशी और स्वावलम्बन को आगे बढ़ाने के लिए एक जिला एक उत्पाद योजना इसी की कड़ी है।
इसी तरह प्रदेश सरकार ने कोराना काल के दौरान किसानों के अपनी फसल काटने और उसे बाजार तक बेचने की व्यवस्था सुनिश्चित की। संकट में भी समाधान का मार्ग निकाल सकते हैं, हमने यह साबित किया। इसी दौरान 119 चीनी मिलों और 2,500 से ज्यादा कोल्ड स्टोर को सफलतापूर्वक संचालित किया गया। इनमें एक भी संक्रमण का मामला सामने नहीं आया। यह साबित करता है कि अगर एक टीम भावना के साथ शासन, प्रशासन और जनता काम करे तो बेहतर परिणाम सामने आ सकते हैं।