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*न्याय के लिए भटक रहा पीड़ित नहीं हो रही सुनवाई*?
*ग्वालियर* – ग्वालियर के महाराजपुरा थाने में दर्ज फिर अपराध क्रमांक 650/2024 में जितेंद्र नरवरिया को फरियादी संदेश सिंह लोधी निवासी ग्राम मऊ के द्वारा उसके भाई शिव सिंह उर्फ राकेश नरवरिया के कहने पर मारपीट के मामले में झूठा फसाया है क्योंकि राकेश और जितेंद्र उर्फ परजीत लोधी पुराने मित्र थे किसी मामले को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया था इसलिए अब दोनों एक दूसरे से रंजिश रखने लगे हैं यहां यह भी बताना लाजमी होगा कि जितेंद्र नरवरिया जो की पत्रकारिता, आरटीआई और राजनीति से जुड़े होने के कारण राकेश नरवरिया चाहता है कि जितेंद्र नरवरिया परजीत के साथ रहना छोड़ दे इस उद्देश्य से उक्त मामले में झूठा फसाया गया है lजबकि जितेंद्र राकेश और जितेंद्र उर्फ परजीत दोनों का मित्र रहा है l
उक्त मामले की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री और मानव अधिकार आयोग तक की गई है लेकिन पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की निष्पक्ष जांच या पीड़ित को न्याय दिलाने की कोशिश नहीं की गई है पीड़ित का कहना है कि फरियादी संदेश लोधी के पास मारपीट की घटना का वीडियो भी है जिसकी जांच की जाए तो पीड़ित को न्याय मिल सकता है l
*तो क्या ऐसे ही पुलिस बनती है अपराधी*- पीड़ित का कहना है कि ग्वालियर पुलिस सीधे और सच्चे लोगों को झूठे मामलों में फंसा कर अपराधी बनने पर मजबूर करती है क्योंकि इस मामले में झूठा नाम लिखकर जितेंद्र नरवरिया और राकेश जो कि कुछ समय पहले अच्छे मित्र थे लेकिन अब इस मामले से दोनों की अंदर एक दूसरे के प्रति रंजिश पैदा होने लगी है पीड़ित का कहना यह भी है कि राकेश नरवरिया पुलिस अधिकारियों के मुंह लगा हुआ है इसलिए पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं करना चाहती है और पीड़ित का यह भी कहना है कि राकेश पुलिस से मिलकर किसी और अन्य झूठे मामले में भी फंसा सकता है l
*जानलेवा हमले में अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए अपराधी*-
गौरतलब है कि पीड़ित जितेंद्र नरवरिया के साथ विगत एक वर्ष पूर्व थाना गोला का मंदिर के मेला ग्राउंड में जान से मारने की नीयत से अज्ञात तीन हमलावरों ने सिर में चार सरिये मारकर लूटपाट कर मरणासन्न अवस्था में छोड़ा गया था जिसमें उपचार के दौरान पीड़ित को सिर में 22 टांके आए थे लेकिन उक्त मामले में गोला का मंदिर थाना पुलिस के द्वारा छोटी-छोटी मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था जिसकी शिकायत जितेंद्र के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों तक करने के बाद माननीय न्यायालय में धारा 164 के तहत बयान दर्ज होने के बाद लूट और डकैती की धाराएं बढ़ाई गई है लेकिन आज 1 वर्ष के बाद भी अपराधी गिरफ्तार नहीं किए गए हैं उक्त मामले की भी कई बार शिकायत है की जा चुकी है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है l आखिर पीड़ित के साथ ग्वालियर पुलिस ऐसा व्यवहार क्यों कर रही है समझ से परे है l