महिला ने IG को व्हाट्सअप पर भेजी शिकायत, आईजी ने तत्काल FIR दर्ज कराकर रिटर्न भेजी कॉपी

अंबिकापुर ।  नौकरी लगाने के नाम पर अवैध उगाही किए जाने की लिखित शिकायत के बावजूद पुलिस द्वारा अपराध पंजीबद्ध नहीं करने से व्यथित शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत की एक प्रति आइजी को भी व्हाट्सअप में प्रेषित कर दी। प्रारंभिक जांच के बाद आइजी ने प्रकरण में एफआईआर दर्ज करा उसकी कॉपी व्हाट्सअप पर ही आवेदक को भेज दी। इसके पहले भी आइजी रतनलाल डांगी, पुलिसकर्मियों की समस्याओं का निराकरण ऑनलाइन कर चुके है।

सरगुजा रेंज के आइजी रतन लाल डांगी ने जब से अपने विभाग और आम लोगों के लिए अपना सरकारी मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया है, तभी से विभागीय कर्मचारियों,जरूरतमंदों और आम लोगों की परेशानियां आसानी से दूर हो रही है। ऐसी ही एक शिकायत सूरजपुर थाना अंतर्गत साधना जायसवाल पति गणेश 35, शिवप्रसाद नगर जिला सूरजपुर के साथ तीन आरोपितों ने नौकरी दिलाने के नाम पर ₹400000 की ठगी कर ली थी और नौकरी भी नहीं लगाई, न ही पैसे वापस कर रहे थे।

पुलिस ने भी शिकायत लेने के बाद कोई भी कार्यवाई नहीं की।सबसे परेशान होकर पीड़िता ने इसकी जानकारी सरगुजा रेंज के आइजी रतन लाल डांगी को फोन पर पूरी जानकारी दी। आईजी ने थाना में की गई शिकायत को व्हाट्सएप पर भेजने बोला।जैसे ही शिकायत मिली फौरन ही पुलिस अधीक्षक के ज़रिए थाना प्रभारी को एफआईआर दर्ज करने निर्देशित किया।

आइजी के निर्देश पर तत्काल एफआईआर दर्ज की गई और इसकी कॉपी पीड़िता को व्हाट्सएप पर ही भेज दी। जिसके बाद अब पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद जाग चुकी है।

स्वास्थ्य विभाग में भृत्य के पद हेतु विज्ञापन प्रकाशित हुआ था। विज्ञापन के अनुसार पीड़िता साधना जायसवाल ने फार्म भरकर जागीर सिंह पिता बुर्षभान सिंह निवासी ग्राम कुसमुसी, चौकी बसदेई थाना सूरजपुर को फार्म को जमा करने के लिए दिया। फार्म भरने के बाद जागीर सिंह और रवि पिता श्याम दास बघेल दोनों ने कहा कि अगर कुछ खर्च करोगे तो हम लोग तुम्हारी नौकरी लगवा सकते हैं। मैं अपनी पत्नी यमुना सिंह की भी नौकरी लगवाया हूं।

आरोपी जागीर की पत्नी यमुना सिंह ने बताया कि अगर तुम पैसा खर्चा करोगी तो तुम्हारी नौकरी भी मेरे पति लगवा देंगे, उनकी अच्छी सेटिंग सीएमओ से है।इसके बाद लगातार जागिर और रवि पीड़िता साधना जायसवाल के घर आया करते थे और नौकरी लगवाने के नाम पर चार लाख रूपए की मांग करते थे।

पीड़िता पैसे व्यवस्था करने की बात कहती रहती थी जब विभाग में नियुक्ति होने लगी, तब आरोपी जागीर और रवि पुनः आवेदिका के घर आए और कहे कि तुम कल पैसा लेकर कलेक्टर आफिस में आओ, नियुक्ति की बातचीत सीएमओ से हो गयी है। तब आवेदिका 4 दिसम्बर 2018 को उसकी बातों पर विश्वास कर चार लाख रूपए लेकर सूरजपर कलेक्टर ऑफिस के पास मौजूद जागिर सिंह को दी। उस वक्त यमुना सिंह और रवि तीनों लोग मौजूद थे।

उस वक्त कलेक्टर कार्यालय के अंदर पीड़िता साधना जायसवाल के पति गणेश ने इसका वीडियो छिप कर बना लिया। इसके बाद जब पीड़िता की जॉब नही लगी तो उसने आरोपितों से पैसे की मांग की। तब आरोपीगण पैसे देने में आनाकानी करने लगे। परेशान पीड़िता ने इसकी शिकायत सूरजपुर थाने में दर्ज कराई। जब काफी दिनों तक कार्रवाई नहीं हुई तो इसकी जानकारी कल दोपहर में व्हाट्सएप के माध्यम से सरगुजा रेंज के आइजी रतन लाल डांगी को दी जिसके बाद ही यह कार्रवाई संभव हो सकी।

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