🔸महाकाल भक्त के साथ अपराधियों की तरह सलूक किया,, इंदौरी युवक से लिखित में माफी मंगवाई तब जाकर छोड़ा,,,
महाकाल मंदिर में फिर दिखाई दी सिक्योरिटी गार्ड्स की दादागिरी,श्रद्धालु की कलर पकड़ते हुए चौकी ले गए*
शनिवार सुबह एक बार फिर महाकाल मंदिर में निजी सुरक्षा कंपनी के सुरक्षाकर्मी की दादागिरी कैमरे में कैद हुई श्रद्धालु को कॉलर पकड़कर जबरन चौकी पर ले गए पूरे समय श्रद्धालु चिल्लाता रहा मेरी पत्नी और बच्चे बाहर बैठे हैं मुझे छोड़ दो पर सिक्योरिटी गार्ड्स ने एक ना सुनी,,,
मंदिर में वर्तमान निजी सुरक्षा कंपनी लगातार समय-समय पर विवादों में रही है,,,इनके सुरक्षाकर्मी कभी श्रद्धालुओं के साथ बदतमीजी कभी पैसे लेने के मामले में तो कभी महिला सुरक्षाकर्मी फिल्मी गानों पर डांस व अन्य बात को लेकर चर्चा में रहे हैं आज भी ऐसा ही वाकया हुआ जिसमें इंदौर निवासी सन्नी रघुवंशी नामक श्रद्धालु अपनी पत्नी और 3 वर्षीय बच्चे के साथ महाकाल दर्शन करने पहुंचा था इस दौरान उसने कार्तिकेय मंडपम से सेल्फी के रूप में भगवान के साथ खुद का फोटो खींचना चाहा सिक्योरिटी गार्ड्स ने उसे ऐसा करने से रोका,,बहस बड़ी और समिति द्वारा जारी वीडियो के अनुसार श्रद्धालुओं ने एक सिक्योरिटी को थप्पड़ मार दिया,,,
मंदिर में जब मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित है,,तो आपके सुरक्षाकर्मी आखिर क्या चेकिंग कर रहे हैं,,,,
श्रद्धालुओं ने पुलिस को बताया कि आज उसके मैरिज एनिवर्सरी है और इसी पल को यादगार बनाने के लिए एक सेल्फी परिवार के साथ बाबा महाकाल की फोटो खींचना चाहता था,,,
घटनाक्रम को लेकर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी और सहायक प्रशासक से जब बात की गई तो पूरी तरह से सिक्योरिटी गार्ड का पक्ष रखते हुए अपनी बात रखी और कहा कि पहले श्रद्धालुओं ने सिक्योरिटी गार्ड को थप्पड़ मारा,,,जब उनसे मंदिर में लगे वीडियो फुटेज मांगे तो वे उपलब्ध नहीं करा पाए एवं जो सोशल मीडिया पर जारी किए हैं उसमें घटनाक्रम साफ नजर नहीं आ रहा,,परंतु श्रद्धालुओं को मारते हुए तो साफ वीडियो हमारे पास उपलब्ध है,,
प्रशासक का यह भी कहना था कि श्रद्धालु की गलती है उसने इसीलिए तो लिखीत में माफी मांगी है परंतु यह बात गले से नहीं उतरती की कोई व्यक्ति बीवी बच्चे के साथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचे और उल्टा तुमको थप्पड़ मारे,,श्रद्धालुओं को तुम्हारे पास 6 लोग घेरकर कालर पकड़कर पुलिस चौकी तक ले गए और रिपोर्ट लिखाने की धमकी दी श्रद्धालु अकेला बाहर से आया श्रद्धालु अकेला पड़ गया और राजीनामे को तैयार हुआ लिखित में माफी देकर शादी की सालगिरह पर उज्जैन से बुरी यादें लेकर अपने साथ गया,,,
मंदिर समिति के जिम्मेदारों के कार्य की जब हम सराहना करते जब पूरे घटनाक्रम का वीडियो जारी करते सिर्फ कुछ सेकेंड का जारी किया जिसमें हाथापाई दिखाई दी,, पांच 7 मिनट का वीडियो होता तो आराम से सब पता चलता की शुरुआत कैसे हुई थी क्योंकि सिक्योरिटी गार्ड के व्यवहार कि जिस प्रकार से आए दिन चर्चा सामने आती है उसे देखते हुए यह नहीं लगता कि यह सिक्योरिटी गार्ड्स इतने शरीफ है कि इन्हें कोई आगे रहकर थप्पड़ मारे,, इस पूरे घटनाक्रम में एक सवाल और खड़ा होता है कि ऐसा ही वाक्यअगर किसी रोबदार व्यक्ति के साथ हो जाता तो यही मंदिर प्रशासक और अन्य सिक्योरिटी गार्ड और कंपनी को नोटिस थमा देते नौकरी से बाहर कर देते,,आम श्रद्धालु था तो उससे अपराधियों की तरह सलूक किया,,,