मलेरिया से बचने के लिये आवश्यक सावधानी बरतें
मलेरिया संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। मलेरिया का मच्छर रूके हुये पानी में पनपता है। जैसे आपके घर के आस पास गडडों में भरे पानी की टंकी में, गमले, नदी के किनारे गडडे तथा हेंड पंप के पास रूके हुये पानी, तालाब के किनारे आदि पीने के पानी में मच्छर पनप सकते हैं। रोकथाम के लिये गडडों को मिट्टी डालकर भर देना चाहिये। नालियां, तालाबों में रूके पानी में जला हुआ ऑयल या मिट्टी का तेल डालना चाहिये। पानी की टंकी, गमलों व टायरों को साफ व सुखा कर उपयोग करना चाहिये। घर के आस पास सफाई रखना चाहिये, जिसमें मलेरिया फैलने वाले मच्छर न पनप सकें। सोते समय मच्छरदानी लगायें, फुल आस्तीन के कपड़े पहने, मच्छर से बचने की क्रीम या लिक्विड का इस्तेमाल करें, नीम की पत्तियों का धुंआ करें, मलेरिया के लक्षण ठंड लगकर, बुखार आना, पसीना आकर बुखार का उतर जाना, सर दर्द व उल्टी होना एवं गंभीर स्थिति में बेहोशी होना ऐसे लक्षण होने पर किसी स्वास्थ्य संस्था व डॉक्टर से उपचार लें। खून की जांच करायें। मलेरिया से बचाव के लिये समय पर उपचार व डॉक्टर से सलाह अनुसार इलाज लिया जाये, जिसमें मलेरिया से होने वाली खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है।