मरकज़ मामले पर केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा, ये तालिबानी जुल्म, कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के निज़ामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के मामले के बाद देश में कोरोना वायरस के मामलों को लेकर चिंता बढ़ गई है. यहां लॉकडाउन के बावजूद करीब 2000 लोग इकट्ठा हुए थे, जिनमें से कुछ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस मामले में अब मोदी सरकार में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बयान सामने आया है और उन्होंने इसे तालिबानी जुर्म करार दिया है.
मरकज़ मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘तबलीगी ज़मात के लोगों के द्वारा को काम किया गया है, वह एक तालिबानी जुर्म है जिसकी कड़ी सजा मिलनी चाहिए. इन्होंने लोगों की जिंदगी को खतरे में डाला है.’
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन कराने वाले लोगों और संस्था के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली के निज़ामुद्दीन इलाके में मौजूद तबलीगी ज़मात के मरकज़ में दुनिया के अलग-अलग इलाकों से लोग आए थे. यहां कार्यक्रम में शामिल होने के बाद करीब 1000 लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में चले गए हैं, जिन्हें ढूंढने का काम जारी है.
इसी कार्यक्रम में हिस्सा लेकर तेलंगाना पहुंचे 6 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि एक कश्मीर का व्यक्ति भी मर चुका है. इसी घटना के बाद देश में अफरातफरी का माहौल है और इसे एक बड़ी लापरवाही माना जा रहा है.
दिल्ली सरकार ने भी मरकज़ के मौलाना के खिलाफ कड़ा एक्शन लेते हुए एफआईआर दर्ज करवाई है. बुधवार सुबह तक मरकज़ से करीब 2100 लोगों को निकाला जा चुका है, इनमें से सैकड़ों लोगों को आइसोलेशन में भेजा गया है जबकि कुछ को क्वारनटीन किया गया है. ये मामला सामने आने के बाद दिल्ली में 24 नए कोरोना के केस सामने आए हैं, जिससे यहां कुल केस की संख्या 100 पार कर चुकी है.