भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरष्ठ नेता एवं हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसोदिया की ‘साफ-सुथरी छवि’ के लिए सराहना की, लेकिन साथ ही कहा कि संभव है कि उन्होंने पार्टी और चुनाव के लिए पैसा इकट्ठा करने के वास्ते यह सब किया हो.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 2021-22 के लिए शराब नीति बनाने और उसे लागू करने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर सिसोदिया को रविवार की शाम गिरफ्तार किया था. यह नीति अब रद्द की जा चुकी है. अपनी टिप्पणी से पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा करने वाले शांता कुमार ने कहा कि ‘आप’ ने केंद्र सरकार की नाक के नीचे दिल्ली में बीजेपी को हराकर सरकार बनाई थी. उन्होंने कहा कि ‘आप’ सरकार ने पांच साल तक काम किया और फिर सत्ता में वापसी की, जो एक बड़ी उपलब्धि है.
फेसबुक पर पो किए गए एक बयान के अनुसार बीजेपी नेता ने कहा कि सिसोदिया ने एक साफ-सुथरी छवि वाले उपमुख्यमंत्री के रूप में ख्याति अर्जित की, जिसने सराहनीय काम किया और वह अब जेल में हैं. शांता कुमार ने कहा कि दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप होते रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसकी कल्पना करना कठिन है कि बिना किसी अपराध के ही सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को जेल में डाला होगा.
उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सिसोदिया व्यक्तिगत तौर पर एक ईमानदार व्यक्ति हैं, लेकिन हो सकता है कि उन्होंने पार्टी और चुनाव के लिए पैसा इकट्ठा करने के वास्ते यह सब किया हो. शांता कुमार ने कहा, मेरे विचार से यही सच है और यदि यह सच है तो देश को बड़ी गंभीरता से कुछ नए निर्णय करने होंगे.
उन्होंने दावा किया कि राजनीतिक पार्टियां बड़े-बड़े व्यापारियों से धन लेती है और सत्ता हासिल करने पर सरकार की मदद से भ्रष्टाचार द्वारा इस पैसे की भरपाई करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव जीतने के बाद विजयी उम्मीदवार निर्वाचन आयोग के पास चुनाव मे खर्च होने का झूठा हिसाब पेश करते है. उन्होंने कहा, जिस देश का लोकतंत्र काले धन और झूठ से शुरू होता है उस देश में सब अच्छा कैसे हो सकता है.