फैसलाअगले आदेश तक बाहर के लोग नहीं कर पाएंगे दर्शन
सावन के महीने में भक्तों के लिए शिव की अराधना का विशेष महत्व है. वहीं मध्य प्रदेश के महाकाल मंदिर की बात करें तो यहां पहुंचने के लिए बारहों महीने भक्तों का तांता लगा रहता है. लेकिन महाकाल मंदिर समिति ने एक बड़ा फैसला लिया है. जिसके मुताबिक दूसरे राज्यों के लोग अब महाकालेश्वर के दर्शन नहीं कर पाएंगे.
कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से उज्जैन के मशहूर और 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने मध्य प्रदेश के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं का प्रवेश आगामी आदेश तक रोक दिया गया है. यानी कि अगले आदेश तक अब सिर्फ मध्य प्रदेश के निवासी ही महाकाल के दर्शन कर पाएंगे.
उज्जैन में लगातार बढ़ रही संक्रमितों की संख्या को लेकर महाकाल मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है. यहां पर पिछले पांच दिनों में करीब 45 से अधिक नए मरीज मिले है.
मंदिर समिति ने मध्य प्रदेश के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओ से अगले आदेश तक महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन न आने की अपील की है.
बता दें, अनलॉक एक के बाद से ही प्रीबुकिंग के आधार पर श्रद्धालु दर्शन कर रहे थे. मंदिर प्रशासन के अनुसार इस बारे में महाकाल एप और वेबसाइट पर जानकारी अपडेट कर दी गयी है. अब मध्य प्रदेश से बाहर के श्रद्धालु ऑनलाइन या फोन के जरिए दर्शन के लिए बुकिंग नहीं करा पाएंगे.
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के मुताबिक महाकाल के दर्शन के लिए रोजाना बाहर से भी श्रद्धालु आ रहे हैं. इससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. 12 ज्योतिर्लिंगों में से अकेले महाकाल ही दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग हैं और इसलिए इस मंदिर का महत्व बढ़ जाता है.
शिव के इस स्वरूप के दर्शन के लिए देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु हर साल महाकाल मंदिर आते हैं लेकिन कोरोना महामारी ने अगले आदेश तक के लिए उनको महाकाल से दूर कर दिया है.