मध्यप्रदेश के हर वोटर पर 75000 का कर्ज, हर साल 5500 रूपए का ब्याज दे रहा प्रदेश का मतदाता 

 

 सज्जन सिंह वर्मा ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार से प्रदेश पर कुल कर्ज को लेकर प्रश्न किया,  वर्मा ने सरकार से पूछा की प्रदेश पर कुल कितना कर्ज है तथा उस कर्ज के ब्याज के रूप में कितनी धनराशी प्रदेश को चुकाना पढ़ रही है? वित्त विभाग से पूछे गए प्रश्न के जवाब में सरकार ने बताया कि मार्च 2022 तक प्रदेश पर कुल कर्ज 295532.91 करोड़ रूपए का है जिसके ब्याज के भुगतान में 22166.43 करोड़ रूपए चुका रहे है|  वर्मा ने कहा कि सरकार का कहना है कि प्रदेश के अधोसंरचना विकास के लिए यह कर्ज लिया जा रहा है जबकि प्रदेश में सामान्य विकास कार्य के अलावा कोई बड़ी परियोजना नहीं है| प्रदेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गयी है| सरकार करोडो रुपया अपने इवेंट मैनेजमेंट में खर्च कर रही जिसके चलते लगातार प्रदेश कर्ज में डूबता जा रहा है| श्री वर्मा ने कहा कि प्रदेश के हर मतदाता के ऊपर 75000 का कर्ज हो गया है, यदि हम परिवार की बात करें तो हर परिवार के ऊपर लाखों का कर्ज हो गया है| साथ ही प्रदेश का हर वोटर 5500 रूपए ब्याज के रूप में चूका रहा है|

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