मदरसे के बच्चे हैं पाकिस्तान की सेकेंड डिफेंस लाइन, रक्षा मंत्री का संसद में ऐलान, जरूरत पड़ी तो जंग में करेंगे इस्तेमाल

 

 

भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि समय आने पर मदरसों में पढ़ने वाले छात्र देश की दूसरी रक्षा पंक्ति होंगे। उनकी यह टिप्पणी संसद सत्र को संबोधित करते हुए आई, एक दिन पहले भारत ने पाकिस्तान में कई जगहों पर ड्रोन हमलों का जवाब दिया था। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि जहां तक ​​मदरसों या मदरसा छात्रों का सवाल है, इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे हमारी सेकेंड डिफेंस लाइन है, वहां पढ़ने वाले युवा। जब समय आएगा, तो उनका 100 प्रतिशत उपयोग किया जाएगा। एक परमाणु शक्ति संपन्न देश खुलेआम स्वीकार करता है कि वह बच्चों को युद्ध के लिए तैयार कर रहा है। असेंबली में आसिफ ने भारतीय ड्रोन हमलों पर अपनी छवि बचाने की कोशिश करते हुए कहा कि लोकेशन को लीक होने से रोकने के लिए ड्रोन हमलों को रोका नहीं गया। उन्होंने कहा भारत द्वारा ड्रोन हमला हमारी लोकेशन का पता लगाने के लिए किया गया था। मैं तकनीकी बातों को स्पष्ट नहीं कर सकता, लेकिन हमने उनके ड्रोन को नहीं रोका, ताकि हमारी लोकेशन का पता न चल सके या लीक न हो जाए।

असेंबली में आसिफ ने भारतीय ड्रोन हमलों पर अपनी छवि बचाने की कोशिश करते हुए कहा कि लोकेशन को लीक होने से रोकने के लिए ड्रोन हमलों को रोका नहीं गया। उन्होंने कहा कल भारत द्वारा ड्रोन हमला हमारी लोकेशन का पता लगाने के लिए किया गया था। मैं तकनीकी बातों को स्पष्ट नहीं कर सकता, लेकिन हमने उनके ड्रोन को नहीं रोका, ताकि हमारी लोकेशन का पता न चल सके या लीक न हो जाए▪️

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