मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार 10.5% पहुंच गई है। चार बडे़ शहरों भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर की स्थिति ज्यादा खराब है। यहां संडे लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू भी फेल साबित हो रहे हैं। 24 घंटे में इंदौर में सबसे ज्यादा 708 और भोपाल में 502 केस सामने आए हैं। CM शिवराज सिंह चौहान ने अपने दौरे रद्द कर आपात बैठक बुलाई है। शाम तक कड़े फैसले लिए जा सकते हैं। वहीं, गुना, शिवपुरी और भिंड में वैक्सीन खत्म होने की जानकारी मिल रही है।
भोपाल में संक्रमण दर 20.08% है। यहां 6 दिन के अंदर कंटेनमेंट ढाई गुना बढ़ाने पड़े हैं। पहले 20 कंटेनमेंट जोन थे जिन्हें 51 कर दिया गया है। शुक्रवार को जबलपुर में भी 200 से ज्यादा मरीज मिले, जो 18 सितंबर 2020 के बाद सबसे ज्यादा हैं। उधर, ग्वालियर में 120 पॉजिटिव मिले हैं।
रायसेन में वैक्सीन लगाने के 48 घंटे बाद मौत
रायसेन जिले के बूढ़ा पार निवासी 75 साल के वृद्ध को 1 अप्रैल को कोविशिल्ड की वैक्सीन लगाई गई थी। 2 तारीख को उन्हें किसी तरह के लक्षण नहीं थे। 3 की सुबह वे नहीं उठे थे तो बरेली अस्पताल ले गए। रैपिड टेस्ट में वे पॉजिटिव बताए गए। बाद में मृत घोषित कर दिया गया। बेटे ने बताया कि ऑक्सीजन लेवल भी कम पाया गया था।
प्रदेश में 2 दिन में ही 5,000 से ज्यादा केस आए
प्रदेश में जितने केस इस साल जनवरी और फरवरी मे मिलाकर नहीं आए, उससे ज्यादा मार्च में बढ़ गए। जनवरी-फरवरी में जहां केस 20 हजार से कम केस थे, वहीं मार्च में करीब 34 हजार केस हो गए। अप्रैल के तो शुरुआती 2 दिन में ही 5,000 से ज्यादा केस आ चुके हैं।