भोपाल. भोपाल एम्स के डिप्टी डायरेक्टर धीरेन्द्र प्रताप सिंह को सीबीआई की टीम ने एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. धीरेंद्र पर मेडिकल से संबंधित एक बिल पास करने के एवज में रिश्वत मांगने का आरोप है. सीबीआई की टीम ने एम्स स्थित उनके कार्यालय और उनके घर पर भी सर्चिंग की कार्रवाई की. इस सर्चिंग की कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जप्त किया गया।
जानकारी के अनुसार सीबीआई को एक मेडिकल सामग्री सप्लाई करने वाले कॉन्ट्रेक्टर ने शिकायत की थी कि उसका चालीस लाख रुपये का बिल पास करने की एवज में एम्स प्रशानिक विभाग के डिप्टी डायरेक्टर धीरेन्द्र प्रताप सिंह पांच प्रतिशत मांग रहा है. प्राथमिक तौर पर सीबीआई की जांच में शिकायत सही पाई गई और इसके बाद सीबीआई ने प्लानिंग और घेराबंदी कर आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
सीबीआई की टीम ने आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को रिश्वत की एक लाख की राशि लेते हुए शाहपुरा थाने के ठीक सामने विष्णु रेस्टोरेंट के बाहर गिरफ्तार किया है. रिश्वत की पहली किश्त के तौर पर धीरेंद्र ने एक लाख रुपये के साथ कॉन्ट्रैक्टर को शाहपुरा थाने के सामने बुलाया था. जैसे ही कांट्रैक्टर ने उसको रिश्वत के एक लाख रुपये दिए सीबीआई ने उसी समय उन्हें गिरफ्तार कर लिया
रंगे हाथों एक लाख की रिश्वत लेते धीरेंद्र को गिरफ्तार करने के बाद तत्काल सीबीआई की टीम एम्स स्थित उनके कार्यालय और घर पर पहुंची. यहां पर सर्चिंग की कार्रवाई की गई. सीबीआई की टीम ने परिवार के सदस्यों औऱ एम्स के अधिकारी कर्मचारियों से भी पूछताछ की. सीबीआई ने इस दौरान घर और ऑफिस से कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी जब्त किया है। सीबीआई को ऐम्स भोपाल स्थित अमृत फार्मेसी के प्रबंधक से पैसों के लेन देन के भी कुछ साक्ष्य मिले हैं एवं अस्पताल के एक प्रमुख महिला अधिकारी द्वारा शिकायत कर्ता के बिलों का भुगतान नहीं करने का निर्देश भी पकड़े गए आरोपी धीरेंद्र प्रताप को दिए गए थे जिसकी भी जाँच चल रही है। बीजेपी भोपाल के एक पूर्व नेता के निकट सम्बन्धी के द्वारा भी 24 लाख रुपए के गबन करने सम्बन्धी दस्तावेज भी सीबीआई के हाथ लगें है।आरोपी धीरेंद्र प्रताप को आज (26/09/2021) भोपाल की सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश किया जायेगा और सीबीआई रिमांड की माँग करेगी।