भोपाल :अर्थी को कंधा भी नसीब न हुआ; पत्नी ने किये सैकड़ों मीटर दूर से पति के अंतिम दर्शन

 

 

अर्थी को कंधा भी नसीब न हुआ; पत्नी ने किये सैकड़ों मीटर दूर से पति के अंतिम दर्शन

भोपाल. पुराने शहर के इब्राहिमजंग निवासी नरेश खटीक 52 साल रविवार देर रात मौत हो गई। सोमवार को छोला विश्राम घाट पर खटीक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। रविवार को नरेश की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। कोरोना वायरस ने मृतक के परिजनों को जिंदगी भर का दर्द दिया है। इसकी वजह कोरोना पॉजिटिव की मौत होने पर अंतिम दर्शन की अनुमति भी प्रशासन नहीं देता है, इसकी वजह कोरोना पॉजिटिव से अन्य दूसरे व्यक्ति को संक्रमण का खतरा रहता है। इस संक्रमण से बचाने के लिए प्रशासन कुछ परिजनों को दूर से देखने की अनुमति मिलती है। इस दौरान मृतक की पत्नी 100 मीटर दूर से पति के अंतिम दर्शन किए।

अंतिम समय में पति का चेहरा भी नहीं देख पाई विजया
खटीक की मौत की खबर उनकी पत्नी विजया को परिजनों ने रात में नहीं दी गई थी। सिर्फ बड़े बेटे कुनाल और छोटे बेटे गौरव को इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन ने दी थी। बेटो को यह बताया गया था कि सुबह स्वास्थ्य विभाग के अफसर आएंगे। इसके बाद डेथ बॉडी सौंप दी जाएगी। लेकिन जब स्वास्थ्य विभाग के अफसर नहीं पहुंचे तो नर्मदा अस्पताल प्रबंधन मामले की जानकारी कलेक्टर तरुण पिथोड़े को दी। एंबुलेंस से पहली बार शव को विश्राम घाट ले जाने का फैसला लिया गया। पत्नी विजया ने बताया कि पति के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाई। सिर्फ दूर से ही एंबुलेंस दिखाया गया। जिंदगी भर यही दर्द रहेगा कि अंतिम समय में उनके दर्शन नहीं हो पाए।

रात में सीएमएचओ को मिली गई थी सूचना लेकिन सुबह तक नहीं पहुंचे

खटीक की मौत की सूचना सीएमएचओ डॉ. डहरिया को रात में लग गई थी। बावजूद इसके न तो वो रात में वो अस्पताल पहुंचे और न ही सुबह अंतिम संस्कार कैसे होगा। इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं दी। इंसानियत के नाते नर्मदा अस्पताल प्रबंधन ने शव का अंतिम संस्कार कराया। इसके बाद पूरे इलाके को सैनिटाइज किया गया है।

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