राज्य सरकार ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता (इंजीनियर-इन-चीफ) सीपी अग्रवाल को शनिवार को हटा दिया है। इस संबंध में शनिवार को मंत्रालय से आदेश जारी होने के बाद अग्रवाल को तत्काल प्रभाव से रिलीव कर दिया गया। इसके कुछ ही देर में विभाग के सचिव पीसी बारस्कर ने निर्माण भवन पहुंचकर प्रमुख अभियंता का अतिरिक्त प्रभार लिया। मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि प्रमुख अभियंता सीपी अग्रवाल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नाराजगी के चलते हटाया गया है। गुना की निर्माण कंपनी राज लक्ष्मी कंसट्रक्शन ने ठेका लिया था। उसने यह ठेका 36% बिलो रेट पर हासिल किया था, लेकिन अग्रवाल ने इसमें पेंच लगा दिया था। इसकी शिकायत भाजपा नेता राधेश्याम धाकड़ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से की ।मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लिया और उन्हें पद से हटाने का आदेश कर दिया।
आदेश के मुताबिक अग्रवाल को फिलहाल मंत्रालय में पदस्थ किया गया है।
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री शनिवार दोपहर को मंत्रालय कोरोना की समीक्षा बैठक करने पहुंचे थे। इससे पहले ही अग्रवाल को हटाने का आदेश जारी हो गया था। इससे पहले विभाग की समीक्षा बैठक में गलत जानकारी देने पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने अग्रवाल को फटकार भी लगाई थी। बता दें कि अग्रवाल प्रमुख अभियंता बनने से पहले लोक निर्माण विभाग में लंबे समय तक सचिव के पद पर रहे। शिवराज सरकार के चौथे कार्यकाल में 20 मई 2020 को प्रमुख अभियंता आरके मेहरा को हटाकर सीपी अग्रवाल को कमान सौंपी गई थी।