*जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्या. छतरपुर से किसानों को राहत देने के लिए बनी योजना में फर्जीवाड़ा, बने अफसर मालामाल*
*!!.बुंदेलखंड में कृषक कर्ज ब्याज माफी में भ्रष्टाचार, छतरपुर जिले में करोड़ों रुपए डकारे.!!*
*पंकज पाराशर छतरपुर✍️*
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्या. छतरपुर में कृषक कर्ज पर ब्याज माफी योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। किसानों को राहत देने के लिए बनी इस योजना से अफसरों के वारे न्यारे हो गए। किसानों के कर्ज की बयाज माफी के नाम पर अफसर करोड़ों रुपए डकार गए। बेचारे किसान मुंह ताकते रह गए। हालांकि शिकायत सामने आने के बाद अब अफसरों पर कार्रवाई की जा रही है। लोकायुक्त पुलिस ने जांच चालू करते हुए जानकारी बुलाई है। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना 2023 में बड़ी गड़बड़ी की गई। प्रदेश के छतरपुर की सेवार समिति प्रबंधक ने किसानों की ब्याज माफी के नाम पर करोड़ों रुपए डकार लिए। घोटाला सामने आने के बाद सागर की लोकायुक्त पुलिस जांच कर रही है। लोकायुक्त पुलिस ने इस संबंध में जिला सहकारी बैंक घुवारा को पत्र लिखकर घोटाला करने के आरोपी बैंककर्मियोें की जानकारी देने को कहा है। बताया जा रहा है कि लोकायुक्त पुलिस ने शिकायत पर जांच शुरु की। शिकायतकर्ता ने महाप्रबंधक और घुवारा शाखा प्रबंधक, समिति प्रबंधक और अध्यक्ष के खिलाफ करीब 22 करोड़ रुपए के गबन के आरोप लगाए हैं। शिकायत में कहा गया है कि मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना 2023 में 20 किसानों के नाम पर यह घोटाला किया गया।
खास बात यह है कि जिस कुटौरा गांव के 20 आदिवासी किसानों के नाम पर करोड़ों रुपए कमाए वह घुवारा समिति के अंतर्गत आता है। इसके बावजूद सेवार समिति प्रबंधक ने किसानों के नाम से बचत खाते खुलवाकर पैसे निकाल लिए।
लोकायुक्त पुलिस ने 31 मार्च 2023 की स्थिति में घुवारा, सेवार, रामटौरिया, बमनौरा, भगवां, पनवारी और सरकना समितियों की किसानों पर बकाया कर्ज डिमांड सूचियां मांगी हैं। कर्ज वितरण की तारीख, कर्ज की मूल राशि और ब्याज राशि भी मांगी गई है। किसानों की 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2024 तक के डीएमआर खातों की प्रमाणित प्रतियां भी मांगी गई हैं। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्या. छतरपुर की ब्रांचों से ब्याज माफी योजना में समिति प्रबंधक, शाखा प्रबंधक और मुख्य कार्यपालन अधिकारी की भूमिका की स्पष्ट जानकारी भी तलब की गई है।