*’बाबा की थकान’ पर भारी पड़े ‘दादा के बोल’..!!?*
बाबा इतने थके थे कि उनकी थकावट उनके लफ्ज ही बयां कर रहे थे… यही कारण रहा कि उन्होंने पत्रकारों को बाइट देते समय ‘रग-रग’ को ‘रंग-रंग’ बोल दिया..! खैर..! ‘थकेहारे बाबा’ के धाम से कल शाम यह खबर वायरल करवाई गई कि बाबा इंदौर नहीं आ रहे… इसके बाद एक ने ‘दादा’ को फोन घनघनाया… इसके बाद दादा ने भी ‘दयालुता’ का परीचय दिया और धाम फोन घुमाया… यही कारण है कि बाबा का समय इंदौर में आज 12 बजे का रखा था, लेकिन बाबा भी बाबा ठहरे… कुछ ‘थकान उतारने’ के बाद ही इंदौर उतरे… और शाम तक पहुंचे… यह बात अलग है कि उनके भक्तों ने उनके ‘दर्शन’ के लिए दिनभर ‘चिलचिलाती धुप’ में ‘तपस्या’ की…. भगत तो भगत ही होता है…!! वहीं सुरमा भोपाली के अनुसार लाख बाबा जमाने का पर्चा निकालते हो… लेकिन इंदौर में भी कुछ ऐसे बैठे हैं जिनके पास ‘बाबा का भी अर्चा-पर्चा’.. मौजूद है..!?#? खैर जो चर्चाए चल रही है,सुनी है,वैसी ..जिसने बताई ..वैसी जनता/पाठकों को पेश है…! अतः इस ”मनगढ़ंत खबर” की पुष्टी हम, और हमारे दो..नहीं करते हैं…..!?