हाल के कुछ सालों में विश्व के लगभग हर देश में भारतियों के प्रति हेट क्राइम साम्प्रदायिक हिंसा काफी बढ़ गई है.
ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, कनाडा, अमरीका, युरोप, रूस, खाड़ी देश और पड़ोसी देश नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, आदि में आज सांप्रदायिक हिंसा आम बात हो चुकी है.
कल ही भारत सरकार ने कनाडा में भारतीयों के खिलाफ बढ़ते हेट क्राइम को देखते हुए एक एडवाइजरी जारी की है.
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी इस एडवाइज़री में कहा गया है कि कनाडा में पिछले कुछ दिनों के दौरान हेट क्राइम, सांप्रदायिक हिंसा और भारत विरोधी गतिविधियों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है.
इन घटनाओं को लेकर विदेश मंत्रालय और टोरंटो में भारतीय दूतावास ने कनाडा के अधिकारियों से बातचीत की है और उनसे इस तरह के मामलों की गहराई से जांच करके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध भी किया है.
इस एडवाइजरी में विदेश मंत्रालय ने इस बात पर चिंता भी जाहिर की है कि भारतीय नागरिकों और छात्रों को नुकसान पहुंचाने वाले अपराधियों को अब तक कनाडा में कोई सजा नहीं दी गई है.
कनाडा में पढ़ाई के लिए गए भारतीय छात्रों को विदेश मंत्रालय ने सलाह दी है कि वे सतर्क और सावधान रहें. साथ ही कनाडा में बसे भारतीय नागरिकों से भी सावधानी बरतने को कहा गया है. इसके अलावा जो लोग कनाडा की यात्रा पर जा रहे हैं या आने वाले दिनों में पढ़ाई करने के लिए वहां जाने वाले हैं उन्हें भी अलर्ट रहने की हिदायत दी गई है.
केन्द्र सरकार ने कनाडा में रह रहे नागरिकों को ओटावा स्थित हाई कमीशन ऑफ इंडिया या टोरंटो और वैंकूवर में भारतीय दूतावास की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराने की सलाह दी है.
कनाडा में बसे भारतीय नागरिक और छात्र मदद पोर्टल (madad.gov.in) पर जाकर भी पंजीकरण कर सकते हैं. ऐसा करने से हाई कमीशन और भारतीय दूतावास को इमरजेंसी की स्थिति में या कोई जरूरत पड़ने पर अपने नागरिकों की मदद करने में आसानी होगी.
हाल ही में कनाडा के टोरंटो में हिंदुओं के स्वामी नारायण मंदिर की दीवार पर भारत विरोधी चित्र बनाए जाने की घटना सामने आई थी.
भारत सरकार और कनाडा में भारतीय दूतावास ने इस घटना को हेटक्राइम मानते हुए कड़ी निंदा की थी. लेकिन अब तक इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करके उन्हें सजा नहीं दी जा सकी है.
ऐसी ही घटनाएं विश्व के कई देशों में हो रही है, जो हाल में काफी बढ़ गई है, इसके कारण हो सकते हैं:
1. विश्व में भारत की छवि एक धर्मनिरपेक्ष देश की बजाय एक विशेष धार्मिक राष्ट्र के रूप में प्रस्तुत हो रही है.
2. सत्ताधारी दल के नेता एवं पदाधिकारी उलटे सीधे बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं.
3. रही सही कसर सोशल मीडिया पर गैर जरूरी बयानबाजी और संदेशों से हेट क्राइम फैलाया जा रहा है.
4. कोई जाति विशेष खतरे में बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
5. प्रधानमंत्री द्वारा खाड़ी के देशों में अपना और देश का जो रुतबा स्थापित किया था, उस पर खुद सत्ताधारी दल के समर्थकों ने बट्टा बैठा दिया.
6. दुश्मन देश तो हमारे देश को बदनाम करने में लगे ही रहते थे, लेकिन कोई इसका यकीन नहीं करता था. अब स्थिति बदल चुकी है और खुद देश के अपने लोगों द्वारा फैलाया भ्रमजाल हमें बदनाम कर रहा है.
7. यदि हम अपने लोगों को साथ में लेकर नहीं चल पाएंगे तो बाहरी देशों से अपेक्षा करना बेमानी होगा.
पिछले 500 वर्षों से देश विभिन्न धर्म जाति का समागम रहा है, लेकिन कोई भी इस देश की संस्कृति को ढहा नहीं सका, फिर कैसे कुछ लोग कहते हैं कि फलां धर्म या जाति खतरे में है.
लोगों को समझना होगा कि देश शांति और भाईचारे का प्रतीक है न कि नफरत और जातपात का. आखिर देश से ही संदेश बाहरी देशों को जाता है, जो भारतियों की छवि और उनके खिलाफ हो रहे हेट क्राइम का कारण बनता है.
*केन्द्र सरकार को इस बात का संज्ञान लेते हुए देश जोड़ने की जागरूकता पर ध्यान देना होगा, नीति निर्धारण करना होगा और सामाजिक व्यवस्था पर सही दिशा निर्देश लागू करने होंगे वरना एक दिन ऐसा आएगा कि देश का व्यक्ति विदेश जाने में डरेगा. विदेशों में भारतीयों के खिलाफ बढ़ते हेट क्राइम पर कड़ा रुख अपनाते हुए उन देशों को मजबूर करना होगा कि वे कड़े कदम उठाये नहीं तो भारत ऐसे कट्टरपंथियों के जड़ से उखाड़ने में सक्षम है.*
*सीए अनिल अग्रवाल जबलपुर