पूरी दुनिया जिसे कहती है नर्क ,उस जेल में अवैध प्रवासियों को रखेंगे डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तेवर अवैध प्रवासियों को लेकर सख्त बने हुए हैं. वे किसी भी कीमत पर इस मामले में शांति नहीं चाहते हैं और न ही मामले को शांत होने देना चाहते हैं. यही कारण है कि अवैध प्रवासियों को लेकर वे कई तरह के बयान दे रहे हैं. इस बीच उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासियों को दुनिया की सबसे खतरनाक जेल “ग्वांतानामो बे” में रखा जाएगा. इस जेल का इस्तेमाल 9/11 हमलों के बाद आतंकवादी संदिग्धों को रखने के लिए किया गया था. इस जेल को पूरी दुनिया के लोग नर्क कहते हैं. इसके कारण कई बार अमेरिका को आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा है. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा कि वह एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर रहे हैं, जिसमें पेंटागन और होमलैंड सुरक्षा विभाग को ग्वांतानामो बे में 30,000 प्रवासी लोगों के रहने खाने की व्यवस्था होगी. इस कदम से अवैध प्रवासियों को पकड़ने की हमारी क्षमता तुरंत दोगुनी हो जाएगी.
दुनिया भर में कई जेलें मौजूद हैं, जिनकी अलग-अलग कहानियां हैं. लेकिन अमेरिका की ग्वांतानामो बे जेल को दुनिया का नर्क कहा जाता है. इस जेल को अमेरिका ने क्यूबा में बनाया है. इस जेल की खासियत है कि यहां पहुंचने वाले कैदी को बिना किसी सुनवाई के लंबे समय तक रखा जाता है. क्योंकि इस जेल का निर्माण आतंकवादी और उनके संदिग्धों को रखने के लिए किया गया था. इस जेल में शारीरिक यातनाओं के साथ ही मानसिक यातनाएं दी जाती हैं. जैसे कैदियों को कई-कई दिनों तक सोने नहीं दिया जाता है. इसके साथ ही उन्हें घने काले अंधेरे में रखा जाता है. जहां सूरज की रोशनी भी नहीं पहुंचती है. इस जेल के कमरे बहुत छोटे बने हैं. इस जेल की स्थापना 1903 में हुई थी.अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इसे बंद करने की बात कही थी. इस जेल को लेकर दुनिया भर में अमेरिका की आलोचना होती है. साल 2001 में 11 सितंबर को अमेरिका में आतंकी हमले के बाद इस जेल को शुरू किया गया था. जिसके बाद यहां उन्हीं लोगों को रखा जाता है, जो आतंकवाद संबंधी घटनाओं में शामिल होते हैं