पुडुचेरी में राजनीतिक संकट के बीच किरण बेदी को एलजी पद से हटा दिया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बेदी को तुरंत प्रभाव से हटाते हुए तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन को पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है। पुडुचेरी के उपराज्यपाल पद से हटाए जाने के बाद किरण बेदी ने कहा कि- मैं पुडुचेरी में उपराज्यपाल के रूप में जीवन भर के अनुभव के लिए भारत सरकार का धन्यवाद करती हूं। मैं उन सभी को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मेरे साथ मिलकर काम किया। मैं संतोष के साथ कह सकती हूं कि इस कार्यकाल के दौरान ‘टीम राज निवास’ ने लगन से जनहित की सेवा की।
गौरतलब है कि बेदी को ऐसे समय पर हटाया गया है जब केंद्र शासित प्रदेश में एक और विधायक के सदस्यता से इस्तीफे के बाद राज्य की कांग्रेस सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में अपना बहुमत खो दिया है। मौजदा सदन में कांग्रेस नीत गठबंधन के अब 14 विधायक रह गए हैं। पुडुचेरी विधानसभा के लिए अगले कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं।
I thank Govt of India for a lifetime experience in serving Puducherry as its Lt Governor. I also thank all who worked with me closely. I can say with deep sense of satisfaction that during this tenure ‘Team Raj Nivas’ diligently worked to serve larger public interest: Kiran Bedi pic.twitter.com/wVNmgQzXn9
इस मौके का लाभ उठाते हुए विपक्ष ने मुख्यमंत्री वी नारायणसामी से इस्तीफा मांगते हुए कहा कि सरकार अल्पमत में है। पुडुचेरी की 33 सदस्यीय विधानसभा में अब विपक्ष के सदस्यों की संख्या भी 14 है। हालांकि, नारायणसामी ने विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए दावा किया कि उनकी सरकार को सदन में ‘बहुमत हासिल है।
पुडुचेरी के कांग्रेस विधायक ए जॉन कुमार ने मंगलवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, इसके साथ ही गत एक महीने में वह चौथे विधायक हो गए हैं जिन्होंने विधायक पद छोड़ा है। कुमार के इस्तीफे के साथ ही विधानसभा में स्पीकर सहित कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 10 सदस्य रह गई है। जबकि उसके सहयोगी द्रमुक के तीन सदस्य हैं एवं निर्दलीय सदस्य भी नारायणसामी की सरकार को समर्थन दे रहा है।
सदन में प्रभावी सदस्यों की संख्या के आधार पर बहुमत का आंकड़ा 15 है। पुडुचेरी विधानसभा का चुनाव अप्रैल में होने की उम्मीद है क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 21 जून 2021 को समाप्त हो रहा है। कांग्रेस विधायक के इस्तीफे का घटनाक्रम पार्टी नेता राहुल गांधी के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करने आने के एक दिन पहले हुआ है।