पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुए विडियो में नोएडा स्थित अपार्टमेंट सोसायटी में पालतू और आवारा कुत्तों द्वारा बच्चों को काट लिया गया जिसमें एक बच्चे की मौत भी हो गई.
ऐसे में कौन है जवाबदार:
१. क्या सोसायटी कमिटी को जवाबदेह बनाया जाए?
२. क्या उन पालने वाले परिवारों को जवाबदेह बनाया जाए?
३. क्या नगर निगम प्रशासन को जवाबदेह बनाया जाए जो त्वरित कार्यवाही नहीं कर रही है?
नोएडा की घटना हम सब को सचेत करती है कि यदि एक्शन नहीं लिया गया तो शहर में बहुत घटनाएं होती रहेंगी.
प्रशासन को त्वरित कार्यवाही करते हुए:
१. जो भी कुत्ता पालना चाहते हैं उन्हें नगर निगम से लाइसेंस लेना पड़ेगा और शुल्क देकर इंश्योरेंस लेना पड़ेगा जैसा गाड़ी के लिए आरटीओ में होता है.
२. अपार्टमेंट सोसायटी में फ्लैट सिस्टम होता है इसलिए कुत्ता पालना वहां पर बैन करना होगा.
३. कुत्ते द्वारा नुकसान पहुंचाने पर पालने वाले पर सख्त कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए.
४. आवारा कुत्तों पर तुरंत एक्शन लेते हुए शहर से इन्हें हटाना होगा.
५. जो पाल रहा है उसे घर पर ही बांध कर रखना होगा अन्यथा वो आवारा माना जायेगा.
स्मार्ट सिटी बनाने के लिए लोगों को अपने कर्तव्य भी जानना जरूरी है अन्यथा नियम कानून ऐसे हो जो अनुचित कामों को रोक सकें.
*आज रसल चौक, चौथा पुल, नौदरा पुल, सिविक सेंटर, सिविक लाइन, आदि जो शहर का हृदय स्थल है, आवारा और पालतू कुत्तों के आंतक से ग्रसित है एवं इसका सबसे बड़ा शिकार छोटे बच्चे हो रहें हैं.*
*प्रशासन जल्द जागें और कुत्तों के आंतक के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करें एवं पालने वालों की जवाबदेही तय करें.*
*सीए अनिल अग्रवाल जबलपुर