यूपी के हमीरपुर जिले से एक दिल को झकझोर देने वाला वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में एक तीन साल का मासूम अपने पिता से रोते हुए रोटी मांग रहा है. मासूम के पिता बेटे को समझाते हुए कह रहे हैं,”कहां से लाएं रोटी, सब कुछ बर्बाद हो गया.
सोशल मीडिया में वायरल ये वीडियो सदर कोतवाली स्थित कल्प वृक्ष पार्क का बताया जा रहा है.
दरअसल हमीरपुर जिले में सूबे की राज्यपाल आनंदी बेन को 2 और 3 अगस्त को दो दिवसीय दौरे पर आना था. जिला प्रशासन इसकी तैयारियां कर रहा था. राज्यपाल आनंदी बेन को कल्प वृक्ष देखने के साथ यहां बनाए जा रहे नंन्द वन का निरीक्षण करना था. यही संतोष कुमार का भी घर था, जिसे रातों रात हमीरपुर डूडा विभाग ने बुलडोजर चलवाकर जमींदोज कर दिया. संतोष कुमार को ये घर आसरा योजना के तहत साल 2017 में मिला था.
बच्चे का वीडियो वायरल
जिला प्रशासन ने संतोष कुमार को दिए आवास को अवैध बताकर बुलडोजर से गिरा दिया, जिसके चलते उनका सब कुछ बर्बाद हो गया. इसी दौरान संतोष के 3 साल के बच्चे को भूख लगी और वो अपने पिता से रोटी की मांग करता हुआ दिखा. लेकिन तब पिता के पास उसको खिलाने के लिए कुछ नही बचा था.
संतोष को सपा सरकार में मिला था आवास
संतोष कुमार का कहना है कि उन्हें साल 2017 में सपा सरकार के दौरान आसरा आवास योजना के तहत घर दिया गया था. जिसमें उन्होंने घर का बिल,बिजली का बिल,जमीन के स्वामित्व का प्रमाण पत्र सब दिया था. इसके बाद उन्हें लेखपाल और तहसीलदार की रिपोर्ट के बाद आवास मिला था. अब अचानक जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इसे सरकारी जमीन बना दिया और उसके आवास पर बुलडोजर चलाकर उसे नेस्तनाबूत कर दिया. अब उसका सब कुछ बर्बाद और तबाह हो चुका है.
संतोष कुमार ने दी थी घर तोड़ने की परमिशन
इस मामले को लेकर एसडीएम सदर पवन पाठक ने बताया है कि शासन की मंशा के अनुरूप जिस किसी भी शख्स का मकान लिया जाता है पहले उसके रहने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाती है.कल्प वृक्ष में तोड़ा गया संतोष कुमार का मकान सरकारी जमीन में बना था. घर तोड़ने से पहले ही उसे कांशीराम कॉलोनी में सरकारी आवास आंवटित कर दिया गया था.
जिला प्रशासन ने अपने वाहनों से उसका कुछ घरेलू सामान उसकी कॉलोनी पहुंचाया था. संतोष कुमार ने जिला प्रशासन के पत्र में खुद साइन कर मकान तोड़ने की अनुमति दी थी. इसके बाद ही उसने रात को वहां पहुंचकर कर हंगामा किया. अब इसकी जांच की जाएगी कि आखिर उसको सरकारी जमीन में आवास बनाने की परमिशन कैसे मिली.