अस्पताल में करीब आधे घंटे ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से मरीजों की हालत बिगड़ने लगी।
महाराष्ट्र के नासिक में बुधवार को सरकारी अस्पताल में बड़ा हादसा हो गया। नगर निगम के जाकिर हुसैन अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक लीक हो गया। इसे रिपेयर करने में 30 मिनट का वक्त लगा और इतनी देर ऑक्सीजन सप्लाई रोक दी गई। इसके चलते 22 मरीजों की मौत हो गई और 35 की हालत अभी भी नाजुक है। मौतों की पुष्टि नासिक के जिलाधिकारी सूरज मांढरे ने की है।
अस्पताल में 238 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर
जिस वक्त ऑक्सीजन सप्लाई रोकी गई उस वक्त 171 मरीज ऑक्सीजन पर और 67 मरीज वेंटीलेटर पर थे। ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
इन लोगों ने अपनी आंखों के सामने अपनों को दम तोड़ते देखा है। ये चीत्कार उसी दर्द से उठी है, जिसे सहना मुश्किल है।
जानकारी के मुताबिक, टैंक से आने वाले सप्लाई पाइप में लीकेज हुआ था। अभी इसे सुधार दिया गया है। इस लीकेज के दौरान 20 किलो लिक्विड ऑक्सीजन बर्बाद हुई। फिलहाल हॉस्पिटल के साथ जिला प्रशासन ने भी इस लीकेज की जांच शुरू कर दी है।
बहू को अपने सामने तड़पकर दम तोड़ते देखा
इस घटना में एक महिला की भी मौत हुई है। उसके ससुर ने बताया कि 4 दिन पहले अस्पताल लेकर आए थे। हालात में लगातार सुधार हो रहा था। लेकिन ऑक्सीजन सप्लाई रुकते ही तबीयत खराब होने लगी और उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मैंने उसे अपनी आंखों के सामने तड़पता हुआ देखा। मैं इधर-उधर भाग रहा था, लेकिन कोई उसकी मदद के लिए नहीं आया। हॉस्पिटल प्रशासन भी कोई जवाब नहीं दे पाया।
मंत्रीजी को देर से लगी मौतों की खबर
अस्पताल में मौतों की शुरुआती जानकारी सामने आते ही महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से सवाल हुए। उन्होंने कहा कि हमें नासिक में ऑक्सीजन लीकेज की जानकारी मिली है। मैं लगातार वहां के प्रशासन से संपर्क में हूं और और जानकारी ले रहा हूं। मौतों के बारे में उन्होंने कोई बयान नहीं दिया।
इसके करीब 45 मिनट बाद उन्होंने मौतों की बात स्वीकारी और कहा- वॉल्व में लीकेज हुआ था। इससे ऑक्सीजन सप्लाई रुकी। जिन मरीजों की मौत हुई, उनमें वेंटिलेटर पर मौजूद 11 मरीज शामिल हैं।