नर्मदा नदी ने दिखाया अपना रौद्र रूप, कई मार्ग हुए बंद

 

दो-तीन दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश और दो बड़े बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद शनिवार को नर्मदा अपने रौद्र रूप में नजर आई। इससे मध्य प्रदेश में नर्मदा की सहायक नदियां उफान हैं। नर्मदा किनारे के गांव-कस्बों में अलर्ट घोषित कर दिया है। इंदौर-इच्छापुर राजमार्ग पर मोरटक्का पुल और नर्मदानगर-भोपाल मार्ग पर नर्मदानगर के पुल से वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है, वहीं गुजरात में सरदार सरोवर नर्मदा बांध में बढ़ते जलस्तर के चलते 23 गेट खोल दिए गए। इधर, देवास जिले के नेमावर में शनिवार को निचली बस्तियों में पानी घुसने से शनिवार को बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा। मालूम हो, बरगी और तवा बांध का पानी नर्मदा में जल्दी पहुंचने की संभावना के चलते इंदिरासागर और ओंकारेश्वर बांधों का जलस्तर घटाया जा रहा है। इसके लिए दोनों बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है।

देवास में नर्मदा खतरे के निशान से 13 फीट अधिक : देवास जिले के नेमावर में नर्मदा का जलस्तर 898 फीट पर पहुंच गया है। यह खतरे के निशान 885 से 13 फीट अधिक है। प्रति घंटे आठ से नौ इंच पानी बढ़ रहा है।

सरदार सरोवर नर्मदा बांध के 23 गेट खोले

सरदार सरोवर नर्मदा बांध में पांच से आठ लाख क्यूसेक पानी की आवक को देखते हुए इसके 23 दरवाजे खोल दिए गए हैं। बांध पर पानी का दबाव व जलस्तर नियंत्रित रखने के लिएपांच लाख क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा है। बांध का जलस्तर 131.5 मीटर तक पहुंच गया है। मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी पर बने इंदिरा सागर बांध तथा ओंकारेश्वर बांध से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के कारण सरदार सरोवर में पानी बढ़ रहा है।

रेलवे ट्रैक पर पानी आने से दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर थमीं ट्रेनें

 भारी बारिश के बीच रेलवे ट्रैक पर पानी आने के कारण शनिवार शाम को दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर रेल यातायात रोकना पड़ा है। यह घटना भोपाल-इटारसी के बीच ओबैदुल्लागंज के पास इटाया कला की है। यहां पर खंबा नंबर 802/21 के पास पहाडी क्षेत्रों से बारिश का पानी आकर जमा हो रहा था जो शाम 7 बजे के करीब ट्रैक पर पहुंच गया और कुछ समय बाद पटरी जलमग्न हो गई। सबसे पहले रेलवे ने डाउन ट्रैक पर यातायात बंद कर दिया। बारिश तेज हुई तो इसी क्षेत्र में अप ट्रैक पर भी पानी आ गया और उस पर भी रेल आवागमन रोकना पड़ा। इस तरह रात 9:21 बजे दोनों ट्रैक पर रेल आवागमन पूरी तरह से रोक दिया गया था।

भोपाल रेल मंडल के प्रवक्ता आइए सिद्दीकी के मुताबिक रेलवे ट्रैक पर जब भी पानी आ जाता है तो सुरक्षा कारणों के चलते आवागमन रोकना पड़ता है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में नदी नाले उफान पर है इसलिए पानी पास होने की बजाय ट्रैक के आसपास भर गया था और पटरी के ऊपर आ गया। रेल यातायात रोकने की वजह से पुष्पक एक्सप्रेस, गोरखपुर एलटीटी एक्सप्रेस और कामायनी एक्सप्रेस को आसपास के स्टेशनों पर रोकना पड़ा है। देर रात तक दिल्ली मुंबई रेल मार्ग पर रेल आवागमन बहाल नहीं हुआ था।

 

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