डिफेक्टिव वीवीपैट मशीनों को लेकर प्रदेश में राजनीति गरमा गई है, कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं नेता सज्जन सिंह वर्मा ने खराब वीवीपैट मशीनों को लेकर केंद्र सरकार तथा चुनाव आयोग को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि 6.5 लाख से ज्यादा डिफेक्टिव वीवीपैट मशीनें उपयोग कर सरकार ने लोकसभा सहित कई राज्यों के विधानसभा चुनाव करा लिए इससे यह साबित होता है कि देश का जनादेश खराब मशीनों तथा लापरवाह आयोग के भरोसे है। 2018 से इन नई मशीनों को यूज़ किया जा रहा है| श्री वर्मा ने कहा कि सरकार के साथ-साथ चुनाव आयोग भी कुंभकरणी नींद में सो रहा है, एक लोकतांत्रिक देश में इस तरह की तकनीकी गलतियों की कोई जगह नहीं है अगर सरकार के संज्ञान में यह पहले तो है कि 6.5 लाख से ज्यादा मशीनों डिफेक्टिव हैं तो उन्हें उपयोग करवाने को लेकर सरकार की नियत पर शक होता है।
वर्मा ने कहा कि एक जिम्मेदार सरकार का धर्म होता है कि वह देश के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करें और संविधान सम्मत तरीके से आम चुनाव तथा राज्यों के चुनाव संपन्न कराएं लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार को लोकतांत्रिक मूल्यों से क्या लेना देना? श वर्मा ने कहा कि इतना वृहद चुनाव आयोग देश में काम कर रहा है लेकिन वह भी इस गंभीर मुद्दे पर निष्क्रिय है आखिर देश की जनता का जनमत कैसे सुरक्षित होगा? इन डिफेक्टिव मशीनों का उपयोग कर कैसे सही नतीजे मिल पाएंगे? वर्मा ने कहा कि यह बहुत गंभीर विषय है और सरकार को तथा चुनाव आयोग को इस पर जवाब देना होगा।