भोपाल, 26 मार्च 2022
प्रदेश की भाजपा सरकार दो साल खुशहाली, प्रगति और उन्नति का राग अलाप रही है, लेकिन 13 साल मंे सरकार ने क्या तीन तेरा किया वह क्यों नहीं बताती। इसलिए तो बीते विधानसभा चुनाव में जनता ने भाजपा को नौ-दो ग्यारह कर दिया था। भाजपा नये-नये स्लोगन लाकर प्रदेश की जनता के भ्रमित कर रही है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री एवं विधायक कमलेश्वर पटेल ने अपने वक्तव्य में यह बात कहीं।
पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आजकल तो बुलडोजर मामा भी बन गए हैं। उन्होंने कहा कि कितने वर्षों से प्रदेश में भाजपा की सरकार है आप माफियाओं पर कार्रवाई क्यों नहीं करते। आप की सरकार माफिया के रूप में काम कर रही है, खनन माफिया, भू-माफिया, शिक्षा माफिया, शराब माफिया, तरह-तरह के माफिया काम कर रहे हैं। इन पर आप कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं। प्रदेश मंे बेरोजगारी चरम पर है मध्य प्रदेश के जो शिक्षित बेरोजगार हैं, वे दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं।
पटेल ने कहा कि पिछले 1 सप्ताह से चयनित शिक्षक भाई-बहन सड़क पर हड़ताल कर रहे हैं, यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि भाजपा सरकार शोक स्वरूप इन्हें मुंडन कराने पर विवश कर रही है। चयनित शिक्षकों को नौकरी ना देना, सरकार की ओबीसी विरोधी नीति अपनाकर युवाओं के साथ छलावा कर रही है। वहीं उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती में व्याख्याता पद हेतु जीव विज्ञान विषय के तहत आने वाले सह विषयों को शामिल नहीं करने पर उच्च शिक्षित युवा शक्ति सड़कों पर अनशन कर धरना देने के लिए बाध्य हो रही है।
पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी आज पचमढ़ी में मंत्रियों के साथ वन बिहार कर रहे हैं, मुख्यमंत्री जी फोटो सेशन करके क्या इवेंट करते रहेंगे या प्रदेश के 7.50 करोड़ जनता के हित के लिए कोई कार्य करेंगे। प्रदेश को एक नया दौर देखने को मिल रहा है, निराश्रितों की पेंशन को भी इवेंट बनाया जा रहा है, प्रदेश के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के वेतन को भी इवेंट करके एक क्लिक पर डालेंगे, मनरेगा के मजदूरों के भुगतान को भी इसी प्रकार का इवेंट बनाएंगे। उन्होंने कहा कि एक पुस्तक में लिखा है कि शासक जनता का ध्यान जनहित के मुद्दों से हटाने के लिए तमाशा करते रहें इसी प्रकार का तमाशा देश एवं प्रदेश में भाजपा द्वारा किया जा रहा है।
पटेल ने कहा कि आप जो कैबिनेट में चिंतन कर रहे हैं, इसमें ऐसा नहीं है कि सरकारी गाड़ियां नहीं गई है, सभी मंत्रियों की गाड़ियां गई है, पूरा स्टाफ गया है। पचमढ़ी का एक-एक होटल बुक किया गया है। कैबिनेट में कितना खर्चा होगा।
पटेल ने कहा कि कांग्रेस की 15 महीने की सरकार में हमने कोई आडंबर नहीं किया। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में शिक्षा का लोक व्यापी करण करते हुए प्रत्येक एक किलोमीटर में प्राथमिक स्कूल एवं पांच किलोमीटर में हाईस्कूल बनाए थे। भाजपा सरकार शिक्षा के संवैधानिक अधिकार से स्थानीय छात्रों को वंचित करने का कार्य कर रही है। प्रदेश में 35000 से भी अधिक स्कूलों को बंद कर दिया गया है, इससे उस बसाहट गांव के बच्चे प्रभावित हो रहे हैं तथा करोड़ों रुपए को आधारभूत संरचना स्कूल भवन इत्यादि शामिल हैं, को बेकार कर दिया गया है। प्रदेश में 1,14,818 प्राथमिक मिडिल स्कूल है, 3851 हाई स्कूल और 4765 हाई सेकेंडरी स्कूल है। यानी कुल मिलाकर 1,23,434 स्कूल प्रदेश में है, इसमें एक भी स्कूल प्रदेश का ऐसा नहीं है, जिसकी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान हो।
सरकारी नौकरी के नाम पर बेरोजगार छात्रों से भी वसूली कर रही है। सरकार एक तो अपनी गलती नहीं मानते कि 3 वर्षों से ओबीसी के एससी एसटी के बच्चों के छात्रों छात्रवृत्ति का भुगतान नहीं हुआ, आपको इस पर माफी मांगना चाहिए, 100 करोड रुपए मध्य प्रदेश सरकार ने जारी किया था 318 करोड छात्रों की छात्रवृत्ति का भुगतान किया है, सारी योजनाएं बदहाल स्थिति में है और सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि मध्यप्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान के तहत कांग्रेस सरकार जब थी, मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में वर्ग 1,2,3 की भर्तियां की गई थी, उसके बाद कोई भर्ती नहीं की गई।
पटेल ने कहा कि प्रदेश में सीएम राइज स्कूल ब्लाक मुख्यालय पर स्थापित करने की घोषणा सरकार द्वारा की गई है, इसमें छात्रों को अपने घर से कई किलोमीटर चलकर जाना पड़ेगा, जिसमें समायोजन व अतिरिक्त व्यय होगा। बेहतर होता कि पूर्व में स्थापित उत्कृष्ट विद्यालयों का उन्नयीकरण किया जाता। स्कूल खोलने के नाम पर 7000 हजार करोड़ बर्बाद ना करके जो पहले से स्कूल संचालित हैं, वहां पर मूलभूत व्यवस्था की जाती तो शायद मध्यप्रदेश में लाखों की संख्या में छात्रों को तोड़ने का काम किया है, वह शायद आज शिक्षा पाने प्राइवेट स्कूल में जाने के लिए बाध्य नहीं होना पड़ता। कांग्रेस सरकार में मॉडल स्कूल खोलें गये थे।
पटेन ने कहा कि शिवराज सरकार ने पूरी तरह से शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त कर दी है। प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था सही नहीं है और बच्चों जीवन बेहाल है। जो हमारे ट्राइवल स्कूल हैं, गांव में स्कूल है, अधिकतर स्कूल बंद है। परीक्षा के समय वसूली के नाम पर बिजली काट दी गई जिससे दसवीं-बारहवीं के छात्र परीक्षा नहीं दे पाए। एक तरफ सरकार यह बात करती है कि प्रदेा को आत्मनिर्भर बनाएंगे, इतने वर्षों में कैसे आत्मनिर्भर बना प्रेदश, मुख्यमंत्री जी यह बताने की कृपा करें, 18 वर्षों में क्या आप लोग ही आत्मनिर्भर बने हैं। प्रचार बड़े बड़े हुए हैं लेकिन हकीकत कुछ और है।
पटेल ने कहा कि यदि शिवराज सिंह कैबिनेट में प्रस्ताव पारित करते हैं कि शिक्षित बेरोजगारों को आने वाले समय में निशुल्क परीक्षाएं आयोजित करेंगे और आने-जाने का भुगतान भी नहीं लेंगे। कैबिनेट करके केवल नौटंकी ना करें। यदि मध्य प्रदेश की सरकार युवाओं, बेरोजगारों के लिए हितों के लिए यदि इस निर्णय पर विचार करती है तो कांग्रेस पार्टी भी उसका स्वागत करती है।
पटेल ने मध्य प्रदेश सरकार से एक और मांग की है कि जिन विभागों में जो जगह खाली है, यह जानकारी तहसील और जनपद को उपलब्ध कराना चाहिए जिससे कि बेरोजगार शिक्षित युवा परीक्षाओं की उस हिसाब से तैयारी कर सकें।
इस अवसर पर चयनित शिक्षक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और उन्होंने भी अपनी बात रखी।