जीवन मे कठिन परिस्थिति की पाठशाला ही वास्तविक शिक्षा देती है

_✒जीवन मे कठिन परिस्थिति की पाठशाला ही वास्तविक शिक्षा देती है। व्यक्ति को बुरे कर्मों की वजह से ही दुख नही मिलते कई बार हद से ज्यादा अच्छे होने की भी कीमत चुकानी पड़ जाती हैं ऐसी कठिन परिस्थितियों में संघर्ष करने पर एक बहुमूल्य संपत्ति विकसित होती हैं जिसका नाम है *आत्मबल*_
_”परिस्थितियाॅ कैसी भी हो किन्तु व्यक्ति का अस्तित्व एवं व्यक्तित्व बना रहना चाहिए, क्योंकि भ्रष्ट लोगों के बीच में भी कर्तव्यनिष्ठ बना रहना किसी संघर्ष से कम नहीं होता।_
_हमें जिंदगी में वही मिलता है जो हम दूसरों को देते हैं चाहे वह इज्ज़त हो या धोखा आसमान में अगर गुलाब जल उछालोगे तो उसी की फूहार आएगी और कीचड़ उछालेगे तो उसी के छींटें लगेंगे आर्थिक स्थिति अच्छी होने से ज्यादा जरूरी है हमारी मन: स्थिति अच्छी हो परिस्थितियां तो जीवन में बदलती रहती है अपनी मन: स्थिति अच्छी रखेंगे तो परिस्थिति हावी नहीं हो पाएगी जीवन मे सफल वही होता है जिसकी परिस्थितियां उसकी मन: स्थिति को प्रभावित नहीं करती अपनी पीड़ा के लिए संसार को दोष मत दो अपने मन को समझाओ…क्योंकि तुम्हारे मन का परिवर्तन ही तुम्हारे दुखों का अंत है।_
_सब से कठीन काम है सब को खुश रखना सब से आसान काम है सब से खुश रहना….स्मरण रहे… “समय, सत्ता, संपत्ति और शरीर … चाहे साथ दे या ना दे, किन्तु स्वभाव, समझदारी और सच्चे संबंध हमेशा साथ देते हैं”।_
_आज अपने प्रभु से जीवन की हर परिस्थितियों मे सहजता शुभता और विनम्रता युक्त यथेष्ट आत्मबल देते रहने की अलौकिक प्रार्थना के साथ…।_

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