*जल संसाधन मंत्री सिलावट ने विभागीय अधिकारियों को बैठक में निर्देश दिए*
इंदौर 8 फरवरी 2023,
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मंगलवार को बुंदेलखंड के सागर में विभागीय समीक्षा बैठक ली। मंत्री सिलावट ने कार्यों एवं परियोजनाओं की समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
मंत्री सिलावट ने जल संसाधन विभाग की बांध और नहर परियोजना को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही अधूरे निर्माणकार्य और समय सीमा के अनुसार निर्माण कार्य की देरी पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए जल्द ही इन कार्यों को पूरा किया जाए।
मंत्री सिलावट ने निर्माण कंपनियों के भुगतान के संबंध में कहा कि जितना काम किया हो, उतना ही भुगतान किया जाये।
मंत्री सिलावट ने बैठक में हीनौता, कडान, बंडा, पंचमनगर, कैथ, सूरजापुरा, सोनपुर, परकुल, साजली, सीतनगर, सतधारा और पवई बांध और परियोजनाओं के बारे में जानकारी ली।
समीक्षा के दौरान जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अरविंद उपमन्यु, अधीक्षण यंत्री सचिन इंद्रावल और कार्यपालन यंत्री श्री अखिल बिरथरे (सागर) उपस्थित रहे।
मंत्री सिलावट ने कहा की किसानों के खेत में फसल की सिंचाई सबसे महत्वपूर्ण है। इसको समय पर उपलब्ध कराने से किसानों की फसल की पैदावार बढ़ेगी और खेती से आय में बढ़ोत्तरी होंगी।
सिंचाई का रक़बा बढ़ाना हमारा प्राथमिक दायित्व है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी का समाना ना करना पड़े।
मंत्री सिलावट ने अधिकारियों को विभाग के जर्जर भवन के सुधारीकरण और कार्यालय का एक प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिये। मंत्री ने अधिकारियो को कहा कि डेम के कैचमेंट क्षेत्र और नहरों के किनारे पौधारोपण कराए, किसान भाइयों स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ समारोह पूर्वक आयोजन करे।
*कड़ान परियोजना का निरीक्षण*
मंत्री तुलसीराम सिलावट ने सागर जिले में निर्माणाधीन कड़ान परियोजना का निरीक्षण किया गया। मंत्री सिलावट ने इस दौरान बांध का पैदल चलकर निरीक्षण किया और सभी कार्य को बारीकी से देखा। कड़ान परियोजना सागर जिले की नरयावली विधानसभा की लगभग 12 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा प्रदान करेगी करेगी।
₹163 करोड़ परियोजना का काम प्रगतिरत है।
मंत्री सिलावट के द्वारा निरीक्षण के दौरान बांध परियोजना का कार्य जून माह तक पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए। साथ ही पम्प हाउस का कार्य भी जून माह तक पूर्ण किये जाने के निर्देश दिए गए, ताकि किसानों को रबी की फसल में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।
मंत्री सिलावट ने निरीक्षण के दौरान स्थानीय रहवासियों और किसानों से चर्चा की।