महाराष्ट्र के जलगांव में एक बार फिर हिंसक झड़प हो गई। यहां एक मूर्ति के टूटने को लेकर दो समूह आपस में भिड़ गए। पुलिस का कहना है कि कुछ उपद्रवियों ने मूर्ति तोड़ दी थी। उनका अभी पता नहीं चल पाया है।
हिंसा के बाद 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जलगांव के एसपी एम राजकुमार के मुताबिक अटारवल गांव में दो समूहों के बीच झड़प हुई।
जलगांव में ही कुछ दिन पहले जुलूस में डीजे बजाने को लेकर बवाल हुआ था। दरअसल जुलूस मस्जिद के सामने से निकल रहा था और जुलूस में गाने बजाए जा रहे थे। इस पर कुछ लोगों ने आपत्ति जताई तो बवाल शुरू हो गया। इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई थीं और 56 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस झड़प के दौरान पुलिस पर भी पत्थरबाजी की गई थी।
बताया जा रहा है कि जलगांव में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है और स्थिति अभी नियंत्रण में हैं। बताते चलें कि रामनवमी से पहले महाराष्ट्र के दो जिलों में हिंसा हुई थी। जलगांव के अलावा छत्रपति संभाजीनगर में भी दो गुटों में झड़प हो गई थी। यहां कई वाहनों को आग लगा दी गई। पुलिस के मुताबिक स्थिति नियंत्रण में है लेकिन तनाव पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है।
औरंगाबाद यानी वर्तमान संभाजीनगर में हुई हिंसा में कम से कम सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं इस हिंसा में एक शख्स की मौत भी हो गई थी। पुलिस का कहना है कि शहर में अब स्थिति सामान्य है। यहां उद्धव गुट और एकनाथ शिंदे की शिवसेना की रैली भी होने वाली है।