भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में तीसरे मोर्चे की सक्रियता भी बढ़ती जा रही है। आम आदमी पार्टी ) बहुजन समाजवादी पार्टी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ) के बाद अब जय आदिवासी शक्ति (जयस) ने भी अपने पत्ते खोलते हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया है। जयस 43 विधानसभाओ में अपने प्रत्याशी उतारेगी। इसके लिए विधानसभाओं का चयन भी कर लिया गया है। हालांकि अभी प्रत्याशियों का चयन होना बाकी है। इसके साथ ही सीटों की संख्या में इजाफा किया जा सकता है। इसके बीएसपी 178 और जीजीपी 52 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।
आप भी 39 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतार चुकी है। ऐसे में तीसरे मोर्चे की सक्रियता ने भाजपा और कांग्रेस की मुस्किले बढ़ा दी हैं। अब ज्यादा नफा या नुकसान भाजपा और कांग्रेस में किसको होगा यह तो चुनाव का परिणाम ही बताएगा। जयस के प्रदेश अध्यक्ष अंतिम मुजालदा ने बताया कि हमने ये निर्णय लिया है कि जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में अपने उम्मीदवार उतारेगा। सीटों का चयन कर लिया गया है। हमनें एक चुनाव कमेटी बनाई है। इसमें चुनाव कमेटी अध्यक्ष और 10 सदस्य बनाए गए हैं। कमेटी आगे निर्णय लेगी। आगामी दिनों में उम्मीदवारों के नामों का एलान किया जाएगा। हमने लोगों से नाम और सुझाव बुलाए हैं।
इन सीटों पर लड़ने का निर्णय कुक्षी मनावर धरमपुरी सरदारपुर गंधवानी बड़वानी पानसेमल राजपुर सेंधवा भगवानपुर भिकनगांव बड़वाह महेश्वर मांधाता पंधाना नेपानगर बागली खातेगांव सैलाना रतलाम ग्रामीण पेटलावद थांदला झाबुआ राघोगढ़ हरसूद बैतूल आमला भैंसदेही घोड़ाडोंगरी हरदा टिमरनी मुलताई देवरी बांदा बीना मल्हेरा सुसनेर जयसिंहनगर अनूपपुर पुष्पराजगढ़ निवास मंडला डिंडोरी
यहां इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही ओबीसी वर्ग को साधने में जुटी हुई है। वहीं जयस जैसे छोटे संगठन कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों के आदिवासी वोट बैंक में सेंध लगा सकता है। मध्य प्रदेश में 47 सीटें आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। इसके अलावा 84 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां आदिवासी वोटरों का अच्छा प्रभाव है। आदिवासी आबादी प्रदेश में 22 फीसदी है। ऐसे में सरकार बनवाने में इस वर्ग की खासी भूमिका नजर आती है।