जमातियों को खोजिए, जो जहां मिले उसे वहीं क्वारैंटाइन किया जाए:योगी

जमातियों को खोजिए, जो जहां मिले उसे वहीं क्वारैंटाइन किया जाए:योगी

लखनऊ. लॉकडाउन के बीच सोमवार को तेलंगाना से आई छह कोविड-19 संक्रमितों की मौत ने दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है। ये सभी मृतक दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुई तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आगरा व मेरठ का दौरा रद्द कर गाजियाबाद से लखनऊ लौटना पड़ा। उन्होंने कोरोना वायरस से निपटने के लिए बनी 11 समितियों व शासन के बड़े अफसरों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा- जमात में शिकरत करने वालों को खोजा जाए और जो जहां मिलें, वहीं तत्काल क्वारैंटाइन किया जाए।

कई जिलों में मिल रहे विदेशी जमाती

निजामद्दीन मरकज में हुए तब्लीगी जमात में उत्तर प्रदेश के 157 लोग शामिल हुए थे। इसके लिए 19 जिलों को एलर्ट किया गया है। लखनऊ में छह, बिजनौर में आठ, मथुरा में 21 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। ये सभी जमात में शामिल थे। इनमें कई विदेशी नागरिक भी हैं, जो जमात में शामिल होने के बाद यूपी आ गए। मुख्यमंत्री के साथ अफसरों की बैठक करीब दो घंटे चली। सीएम ने पश्चिमी यूपी में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। कहा- पूरे प्रदेश में लॉकडाउन का पूरी तरह पालन हो, इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तबलीगी जमात से जुड़े हुए लोगों की तेजी से तलाश की जाए, वे जहां मिले, उन्हें वहीं तत्काल क्वारैंटाइन किया जाए।
जरुरत पड़ी तो रिटायर्ड मेडिकल अफसरों की लेंगे सेवा
मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर आपातसेवा के लिए रिटायर्ड आर्मी मेडिकल अफसरों के साथ ही साथ पूर्व स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भी सेवा लें। उन्होंने कहा- बाहरी राज्यों में मौजूद उत्तर प्रदेश के नागरिकों की पूरी मदद की जाए, उनके भोजन आदि का प्रबंध अवश्य कराया जाए। संस्थानों के मालिक अपने कर्मचारियों और श्रमिकों के भोजन का हर हाल में प्रबंध करें। यदि वह नहीं कर पा रहे तो प्रशासन को सूचित करके सभी श्रमिकों और कर्मचारियों के भोजन का इंतज़ाम सुनिश्चित कराएं। प्रदेश में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए।
बेवजह घूमने वालों को आश्रय स्थल भेजा जाए
सीएम ने निर्देश दिया है कि, राशन वितरण प्रणाली और बैंकों से लेन देन के दौरान भीड़ इकट्ठा न होने दी जाए। पुलिस और होम गार्ड के जवानों की मदद से सारे हेल्थ प्रोटोकॉल पूरे कराए जाएं। सरकार के पास उन लोगों का पूरा आंकड़ा मौजूद है, जिन्हें उत्तर प्रदेश की सीमाओं से प्रदेश के अंदर अलग अलग हिस्सों में भेजा गया है, इन सभी लोगों को हर हाल में चिन्हित कर लिया जाए। इनको हर हाल में क्वारैंटाइन रखा जाए।
हर ज़िले में बड़ी संख्या में आश्रय स्थल बनाया जाएं। जो लोग भी लॉकडाउन का पालन करते हुए न दिखें और आश्रयहीन हो उन्हें इन आश्रय स्थलों में रखा जाए। जिन आश्रय स्थलों में सौ से ज्यादा लोग हों, वहां पर कम्युनिटी किचन शुरू किया जाए। जहां सौ से कम लोग हैं, वहां उनके लिए भोजन पैकेट का इंतज़ाम किया जाए।

Shares