छत्तीसगढ़ में चक्रवाती तूफान का कहर शुरू, तेज आंधी के साथ बारिश

कोयंबटूर। साइक्लोन अम्फान ने दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर और भयावह रूप ले लिया है।  भारतीय मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा कि इस तूफान के मद्देनजर अगले कुछ घंटे बेहद अहम हैं। अम्फान अभी पूरे वेग से नहीं आया है लेकिन फिर भी उसने कोयंबटूर में तबाही मचा दी है। कोयंबटूर में तेज हवा की वजह से पेड़ और एक दीवार गिरने से कार दब गई. जबकि, तूफान अभी पूरी तरह से आया भी नहीं था।
मौसम विभाग ने कहा है कि साइक्लोन अम्फान बंगाल के दक्षिण हिस्से से आगे बढ़कर अगले छह घंटे में 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ पश्चिम बंगाल और ओडिशा की तरफ बढ़ रहा है। यह पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बांग्लादेश के तटों से टकराएगा।  भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले छह घंटों के दौरान इसके और अधिक तेज होने की संभावना है। उत्तर‑पूर्व की ओर बढ़ने और बंगाल के उत्तर-पश्चिमी खाड़ी में तेज रफ्तार पकड़ने के साथ ही इसके 20 मई की दोपहर या शाम को पश्चिम बंगाल को पार करने की संभावना है। कोयम्बटूर यहां पेड़-पौधे, बिजली के खंभे उखड़ गए। फिलहाल, चक्रवात की गति 160 किमी/घंटा है। 19 मई को यह चक्रवात भीषण तबाही मचा सकता है। चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ सुपर साइक्लोन में बदल सकता है. इस बात की जानकारी भारत के मौसम विभाग ने दी है। कोयंबटूर में तो कई जगहों पर बिजली, टेलीफोन के तार और पेड़ गिर पड़े।

मौसम विभाग कटक के डायरेक्टर ने कहा है कि अगले 6 घंटे अम्फान गंभीर चक्रवातीय तूफान में बदल जाएगा। हमने गजपति, पुरी, गंजम, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा आदि इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी ही हैं। बालासोर, भद्रक, जाजापुर, मयूरभंज, खुर्जा और कटक में बारिश होगी।

बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान अम्फान का शुरुआती असर छत्तीसगढ़ में भी हुआ है।चक्रवाती तूफान ने छत्तीसगढ़ में आज शाम होते ही कहर ढाना शुरू कर दिया है। राजधानी रायपुर सहित कई इलाकों में तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने पहले ही ओड़ीशा, आंध्र सहित देश के सभी तटवर्ती राज्यों को हाई अलर्ट पर कर दिया था। तूफान से बचने के उपाय भी कर लिए गए हैं चक्रवाती तूफान को लेकर दोपहर में ही पीएम मोदी ने हाई लेवल बैठक भी बुलाई थी जिसमें चक्रवात से निपटने के उपायों पर विचार मंथन किया गया।

Shares