चीन ने भारत के दो पत्रकारों को देश में आने से रोका; वीजा किया फ्रीज

 

अरुणाचल प्रदेश के 11 इलाकों का नाम बदले जाने के बाद अब चीन ने एक और दुस्साहस किया है. चीन ने भारत के दो पत्रकारों को अपने देश में एंट्री करने से रोक दिया है.
चीन की ओर से यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब कुछ हफ्ते पहले भारत ने पड़ोसी मुल्क के एक पत्रकार को देश छोड़ने का निर्देश दिया था. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की ओर से भारत के जिन दो पत्रकारों को रोका है उसमें एक अंशुमन मिश्रा और दूसरे अनंत कृष्णन हैं. ये दोनों पत्रकार अलग-अलग संस्थानों के हैं. फिलहाल इस मुद्दे को लेकर भारत सरकार की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है.

Arunachal Pradesh सिर्फ हमारा है, नाम बदलने से कुछ हासिल नहीं होगा- China को भारत की दो टूक भारत के इन दोनों पत्रकारों की ओर से चीनी अधिकारियों को सूचना दी गई है कि वो वापस नहीं आ सकते हैं क्योंकि उनका वीजा फ्रीज कर दिया गया है. ये दोनों पत्रकार हाल ही में निजी कारणों से भारत आए थे. अब इन्हें चीन लौटना था लेकिन उससे पहले ही चीन ने नई चाल चल दी. पिछले महीने भारत सरकार ने चीन की सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी के एक पत्रकार को भारत छोड़ने का निर्देश दिया था.

भारत ने चीनी पत्रकार को सूचित कर दिया था कि उनका भारतीय वीजा रिन्यू नहीं किया जाएगा. भारत के निर्देश के बाद चीन के पत्रकार को 31 मार्च से पहले देश छोड़ना पड़ा था. Indo China Clash : पहले नाम बदला तो डोकलाम, फिर गलवान और तवांग क्या अब यहां है चीन की नजर चीन के पत्रकार को भारत छोड़ने के लिए कहे जाने के पीछे सटिक वजह क्या रही यह तो पता नहीं चल पाया है, लेकिन इस मुद्दे पर नजर रखने वाले लोगों का कहना था चीनी पत्रकार काफी लंबे समय, करीब छह साल से भारत में रह थे. चीन के पत्रकार को भारत ने जाने के लिए क्यों कहा?

वहीं, कुछ ने इस बात की भी आशंका व्यक्त की थी कि चीनी जर्नलिस्ट को पत्रकारिता की सीमा से परे गतिविधियों में लिप्त पाया गया था. भारत के दो पत्रकारों की वीजा फ्रीज किए जाने के बाद चीन में देश के केवल दो पत्रकार बचे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के विदेश मंत्रालय ने इन पत्रकारों को मंगलवार को बताया कि वे अभी देश में रुक सकते हैं. मतलब इन्हें लेकर चीन ने कोई आपत्ति नहीं जताई है.

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