क्या सफ़ेद बाल फिर हो सकते हैं काले?
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी लैंगवन हेल्थ की पीएचडी स्कॉलर और शोध दल की प्रमुख डॉ. सी सुन ने नेचर जर्नल को बताया, “मेलनोसाइट्स स्टेम सेल बालों को काले रखने के लिए किस तरह से काम करते हैं, ये समझने में हमारा अध्ययन मदद करता है. इस अध्ययन से उम्मीद जगी है कि मेलनोसाइट्स स्टेम सेल को फ़िक्स किया जा सकता है, जिससे सफ़ेद बाल फिर से काले हो सकते हैं.”
ये पहला मौक़ा नहीं है जब वैज्ञानिकों ने सफ़ेद बालों के फिर से काले किए जाने की उम्मीद जताई है. हालांकि समय से पहले बालों के पकने की एक वजह कुपोषण भी माना जाता रहा है.
वहीं कुछ दूसरे शोधकर्ताओं का मानना है कि तनाव के चलते भी बाल सफ़ेद होने लगते हैं, इन विशेषज्ञों के मुताबिक़ तनाव को दूर करके भी बालों का पकना कुछ समय तक रोका जा सकता है.
वहीं कुछ शोधकर्ताओं के मुताबिक़ बालों के पकने की आनुवांशिक वजहें होती हैं. वहीं कुछ लोग बालों को रंगने भी लगते हैं. वहीं कुछ लोग समय से पहले ही बालों को सफ़ेद या ग्रे कलर में रंगने लगते हैं.
ग्लैमर मैगज़ीन के मुताबिक़ सिल्वर हेयर यानी चाँदी की तरह सफ़ेद बालों का चलन युवतियों में काफ़ी मशहूर है, इसके अलावा उज्जवल और मोती समान रंग आयस्टर ग्रे भी इंस्टाग्राम पर खूब लोकप्रिय होता दिखा है.
हेयर स्टाइलिस्ट, ल्यूक हर्शसन ने हाल ही में ब्रिटिश वोग को बताया, “एक समय ऐसा था जब लोग सफ़ेद बाल नहीं रखना चाहते थे, लेकिन अब हम सफ़ेद बालों को ‘बूढ़े’ होने से जोड़कर नहीं देखते हैं- बहुत लोग ऐसा कर रहे हैं. लॉकडाउन के बाद, लोगों को आज़ादी का एहसास हुआ है – कई लोगों के बाल इसलिए भी सफ़ेद हो गए क्योंकि बाल रंगने वाले काम पर नहीं थे और इसके चलते हुए बदलाव को कई लोग पसंद करने लगे.”
आम तौर पर लोग एकाध बाल के सफ़ेद होने पर उसे निकालने की कोशिश करते हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक़ इससे उन्हीं कोशिकाओं से निकलने वाले दूसरे बालों को सफ़ेद होने से रोकना संभव नहीं है. उनके मुताबिक़ रोम छिद्रों के क्षतिग्रस्त होने से नए बालों का आना भी बंद हो जाता है, इस स्थिति में बाल कम होने लगते हैं या फिर गंजापन आ जाता है.