कोरोना पर बंगाल और केंद्र सरकार के बीच टकराव और बढ़ा

 

कोलकाता। किलर कोरोना को लेकर अब पश्चिम बंगाल की ममता सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के बीच अहम की लड़ाई काफी तेज होती जा रही है। किलर कोरोनावायरस से जंग के तरीके को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के बीच टकराव और बढ़ने से नई मुसीबत खड़ी हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज जैसे ही देश के 130 जिलों को कोरोना रेड जोन घोषित करते हुए पश्चिम बंगाल के भी 10 जिलों को रेड जोन में घोषित कर दिया तो उससे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी भड़क गई हैं। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने देशभर के 130 रेड जोन जिलों की सूची जारी होते ही आनन‑फानन में केंद्र सरकार पर बंगाल से सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय को तल्खी से भरी चिट्ठी लिखकर अपनी भड़ास निकाली है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वास्थ्य मंत्रालय को लिखी इस चिट्ठी में दावा किया है कि पश्चिम बंगाल में सिर्फ 4 जिले ही कोरोना वायरस के रेड जोन में आते हैं जबकि केंद्र की मोदी सरकार ने राजनीति करते हुए बंगाल के 10 जिलों को किलर कोरोनावायरस के सर्वाधिक प्रकोप वाले जिलों में शामिल कर लिया है। जो गलत है गौरतलब है कि कोरोनावायरस से लड़ाई में केंद्र की मोदी सरकार और बंगाल की दीदी सरकार के बीच छिड़ी यह जंग कहीं को रोना की लड़ाई को ही कमजोर ना कर दे। गौरतलब है कि अभी आज ही पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी बंगाल सरकार पर विनाशकारी कोरोना से लड़ाई में कोताही बरतने के गंभीर आरोप लगाए थे सनद रहे पश्चिम बंगाल में भी कोरोनावायरस के मामले तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं लेकिन बंगाल सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि वाह जानबूझकर बीमार लोगों का कोरोला टेस्ट ना करा कर बीमारी को छिपाने की साजिश कर रही है।

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