कोरोना नियंत्रण के प्रयासों और व्यवस्थाओं को निरंतर बढ़ाया जाए:मुख्यमंत्री

प्रदेश में रिकवरी रेट बढ़कर हुआ 68 प्रतिशत
मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा की समीक्षा

भोपाल : सोमवार, जून 8, 2020,

 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर प्रवास के दौरान वीडियो काँफ्रेंस द्वारा राज्य में कोरोना नियंत्रण की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि रिकवरी रेट में वृद्धि के बावजूद टेस्टिंग, अस्पतालों में बेड की व्यवस्था,2क्वांरेंटाइन व्यवस्था, आईसीयू व्यवस्था के कार्य निरंतर होना चाहिये। रोगियों की संख्या में संभावित वृद्धि को देखते हुए कान्टेक्ट ट्रेसिंग और कन्टेन्मेन्ट क्षेत्रों में निरंतर सजगता रखी जाये। मुख्यमंत्री  चौहान ने इंदौर के साथ ही अन्य जिलों में कोरोना नियंत्रण के प्रयासों की विस्तार से जानकारी प्राप्त की। बैठक में बताया गया कि राज्य का रिकवरी प्रतिशत 68 हो गया है। इंदौर में रिकवरी रेट 65 प्रतिशत है, जो पुणे, चैन्नई, मुम्बई, दिल्ली और हैदराबाद से बेहतर है। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट भी उपस्थित थे। वीडियो कॉफ्रेंस में भोपाल से मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस भी शामिल हुए।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य में कुल बेड संख्या को 85 हजार तक ले जाने की दिशा में तेजी से कार्य होना चाहिये। वर्तमान में उपलब्ध बेड संख्या के मुकाबले भले ही एक तिहाई रोगी भर्ती हो रहे हैं, लेकिन हमारी तैयारी ऐसी होनी चाहिये कि वायरस के अधिक स्प्रेड होने की आशंका को देखते हुए कोई समस्या न आये। मुख्यमंत्री चौहान ने मध्यप्रदेश के रिकवरी रेट में वृद्धि की जरूरत बताई। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि वायरस नियंत्रण के प्रयासों में ढिलाई नहीं आना चाहिये। जन-जागरूकता का कार्य भी निरंतर चले, अनलॉक-1 के बाद स्थिति लगातार सुधार की ओर बढ़ना चाहिये। इस चुनौती को पूरे साहस के साथ स्वीकार कर निपटने के प्रयास हो।

इंदौर में हो रहा तेजी से सुधार

मुख्यमंत्री  चौहान ने इंदौर में कोरोना नियंत्रण प्रयासों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कलेक्टर इंदौर और अन्य अधिकारियों से जून माह के अंत तक और जुलाई में वायरस नियंत्रण की संभावित स्थितियों की कल्पना कर आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सकों से संवाद कर जरूरी उपायों को लागू करने को कहा।

इस अवसर पर जानकारी दी गई कि इंदौर में कुल 48 हजार 51 सैम्पल लिये गये जिनमें से 45 हजार 411 का परीक्षण हुआ और 3785 पॉजिटिव पाये गये। कुल 2454 रोगी स्वस्थ होकर घर आये। अभी इंदौर जिले में 1174 एक्टिव केस हैं। कुल 3211 बेड की उपलब्धता के मुकाबले 599 बेड उपयोग में आ रहे जो सिर्फ 23 प्रतिशत है। एक्टिव प्रकरणों में कमी आ रही है। डबलिंग रेट गत सप्ताह की स्थिति के अनुसार अभी 37 दिवस है, जबकि यह मध्यप्रदेश में 21 और भारत में 14 दिवस है। प्रतिदिन करीब दो हजार सैम्पल लिये जा रहे हैं। अप्रैल माह में इंदौर में जो स्थिति रही उसके मुकाबले तेजी से सुधार हुआ है। मृत्यु दर भी कम हुई है। यह अभी 4 प्रतिशत है जो अहमदाबाद, जयपुर और पुणे जैसे शहरों से कम है। अस्पतालों में आक्सीजन बेड और आईसीयू की व्यवस्था निरंतर बढ़ाई जा रही है। बताया गया कि आगामी 15 जून तक आवश्यक सिविल वर्क्स भी पूरे हो जायेंगे। फीवर क्लिीनिक में आने वाले रोगियों को परामर्श मिल रहा है। इन क्लिनिक्स में आये 15 हजार रोगियों में से 1141 को रिफर किया गया। इंदौर में वर्तमान में 25 कन्टेन्मेन्ट क्षेत्र हैं जिनसे 3.3 लाख आबादी कवर हो रही है। एम.व्हाय. अस्पताल में अन्य रोगों के रोगियों के उपचार की व्यवस्था के साथ चोइथराम अस्पताल में कोरोना वायरस के लिये ओपीडी और अन्य व्यवस्थाओं को बढ़ाया जा रहा है। मास्क का उपयोग अनिवार्य किया गया है। रोगियों के जल्दी चिन्हांकन के लिये सभी आवश्यक उपाय किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री  चौहान ने इंदौर के निकट ग्रामीण क्षेत्रों के लिये भी सजग रहकर सभी जरूरी प्रयास करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।

मुख्यमंत्री  चौहान ने जिलेवार वायरस नियंत्रण की समीक्षा की

मुख्यमंत्री  चौहान ने राज्य स्तरीय समीक्षा में निर्देश दिये कि सभी जिलों में बाहर से आने वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की समुचित व्यवस्था की जाये। वायरस के नियंत्रण के लिये किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होना चाहिये। फीवर क्लिीनिक पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। निजी चिकित्सकों का सहयोग भी लिया जाये। एक-एक पॉजिटिव केस की समीक्षा की जाये। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य  मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि कल इंदौर में 64 और भोपाल में 60 रोगी रिकवर हुए हैं। सम्पूर्ण प्रदेश में आईसीयू बेड की क्षमता में भी वृद्धि की जा रही है।

मुख्यमंत्री  चौहान ने भोपाल, राजगढ़, शाजापुर, खरगोन, बुरहानपुर, नीमच, रतलाम, मंदसौर, रायसेन, बड़वानी, छतरपुर, अनूपपुर, ग्वालियर, अशोकनगर, श्योपुर, मुरैना, भिण्ड के संबंध में निर्देश दिये कि कोरोना नियंत्रण के लिये कार्यरत दल सक्रिय भूमिका का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री  चौहान ने श्योपुर और भिण्ड में विशेष दल भेजकर नियंत्रण प्रयासों को बढ़ाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री  चौहान ने श्योपुर में तीन पॉजिटिव रोगी पाये जाने की प्रकरणवार समीक्षा की। चम्बल संभाग के प्रभारी प्रमुख सचिव  मलय श्रीवास्तव ने बताया कि श्योपुर के चूड़ी बाजार क्षेत्र में समस्याओं को देखते हुए नियंत्रण के प्रयास बढ़ाये गये हैं। कुल 399 संदिग्ध रोगियों में से 362 को होमआइसोलेशन में भेजा गया है। जिस व्यक्ति की वजह से 50 लोग फर्स्ट और सेकण्ड कान्टेक्ट में आये उन सभी के सैम्पल लिये गये हैं।

मुख्यमंत्री  चौहान ने राजगढ़ में 8, अशोकनगर में 3, रतलाम में 8, छतरपुर में 5, मुरैना में 9, खरगोन में-4, भिण्ड में 14 पॉजिटिव केस के संबंध में प्रभारी अधिकारियों से विस्तार से जानकारी प्राप्त की। भिण्ड के संबंध में बताया गया कि यहां बाहर से आये व्यक्तियों के कारण 80 प्रतिशत प्रकरण पॉजिटिव आये हैं। मालनपुर में पृथक चेक पॉइन्ट बनाया गया है। मुख्यमंत्री  चौहान ने रतलाम में एक व्यक्ति द्वारा तावीज देकर कोरोना नियंत्रण की बात फैलाने वाले व्यक्ति के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री  चौहान ने ग्वालियर और बुरहानपुर में भी विशेष सावधानी रखने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री  चौहान ने सभी जिलों में कोरोना नियंत्रण के लिये प्रत्येक स्तर पर प्रयासों को जारी रखते हुए आमजन को सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के प्रति गंभीरता बरतने और आमजन को समझाईश देने के निर्देश दिये।

25 लाख से अधिक श्रमिकों को रोजगार

मुख्यमंत्री  चौहान ने प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा कार्यों में रोजगार देने और श्रम सिद्धि अभियान के संचालन की जानकारी भी प्राप्त की। अपर मुख्य सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास  मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि गत वर्ष 12 लाख 39 हजार श्रमिकों के मुकाबले इस वर्ष 25 लाख 30 हजार 521 श्रमिक मनरेगा से रोजगार प्राप्त कर रहे हैं, जिन्हें कुल मजदूरी का 95 प्रतिशत भुगतान कर दिया गया है। प्रमुख सचिव कृषि  अजीत केसरी ने बताया कि चने और सरसों की खरीदी पूर्ण हो गई है। तेवड़ा युक्त चना अभी खरीदा जा रहा है और किसानों के हित में इसकी खरीदी तिथि बढ़ाये जाने से आवक हो रही है। प्रदेश में 4 लाख 70 हजार मीट्रिक टन चने की खरीदी हो गई है। करीब 8 लाख मीट्रिक टन के लिये बारदाने की व्यवस्था की गई है। इस संबंध में नाफेड का आपूर्ति में सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्चौहान ने प्रमुख सचिव, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्त संरक्षण  शिव शेखर शुक्ला से राज्य में गेहूँ उपार्जन कार्य की अद्यतन जानकारी भी प्राप्त की। प्रदेश को देश में गेहूँ उपार्जन में पहले स्थान पर लाने के लिये समस्त अमले को बधाई भी दी।

 

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