उज्जैन । विक्रमोत्सव के तहत आयोजित उक्त कार्यक्रम में बुलाए गए कुमार विश्वास को लेकर अब आयोजक सीधी टिप्पणी करने से बच रहे हैं,लेकिन उनका कहना है कि उनके साथ तो अविश्वास हो गया। इधर कुमार विश्वास ने कम्युनिस्टों और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को लेकर जो टिप्पणी की,उसके बाद मुख्य कर्ताधर्ता श्रीराम तिवारी ने तो अपना मोबाइल फोन ही बंद कर लिया है। वहीं हिंदू समाज के बीच से उठे तीखे आक्रोश के बाद जिला पुलिस एवं प्रशासन सतर्क हो गया है।
विक्रमादित्य शोध संस्थान के सूत्रों ने संभावना व्यक्त की है कि उक्त कार्यक्रम बुधवार शाम को नहीं होगा। गुरूवार को भी रद्द रहेगा। पुलिस एवं प्रशासन को आशंका है कि कुमार विश्वास यदि मंच पर पहुंचे तो उनके साथ दुव्र्यवहार हो सकता है। उनका घेराव हो सकता है। उनसे माफी मांगने की मांग को लेकर हंगामा मच सकता है। ऐसे में सुझाव दिया गया है कि उक्त आयोजन को ही निरस्त कर दिया जाए।
ज्ञात रहे मंगलवार को राम कथा के दौरान कुमार विश्वास ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक को अनपढ़ ओर कम्युनिस्टों को कुपढ़ कहा। इसका वीडियो वायरल होने के बाद बुधवार सुबह से चारों ओर हलचल मच गई। हिंदूवादी संगठनों ने तीखा विरोध किया। सूत्रों का कहना है कि हिंदू समाज की एक बैठक में तय किया गया कि देशभर में इस बात का विरोध किया जाएगा। कुमार विश्वास अपनी कही बात पर माफी मांगे। हिंदू समाज के कुछ लोगों का कहना है कि माफी मांगने के बाद वे यह न सोचें कि वे बुधवार को राम कथा सुना देंगे। अब उन्हे उज्जैन से वापस लौटना होगा।