कांग्रेस ने किये, सिंधिया-भाजपा से पांच सवाल

ग्वालियर- 21 अगस्त 2020, प्रदेश कांगे्रस के मीडिया प्रभारी (ग्वालियर-चम्बल संभाग) के.के. मिश्रा ने कल 22 अगस्त से सिंधिया समर्थकों को भाजपा में सदस्यता दिलाये जाने हेतु हो रहे तीन दिवसीय सदस्यता अभियान को लेकर कांग्रेस विचारधारा को समर्पित पार्टीजनों से आग्रह किया है कि वे राजनीति को अपनी आर्थिक समृद्धि का माध्यम मानने वाले अवसरवादियों की कठपुतली न बन अपने राजनैतिक चरित्र के आगे गद्दार, चापलूस और मानसिक गुलाम होने का अलंकरण लगने से परहेज करें। ऐसे फर्जी सदस्यता अभियान के माध्यम से सिंधिया-भाजपा ग्वालियर-चम्बल अंचल के स्वाभिमान को झकझोर रहे हैं!

मिश्रा ने कहा कि इतिहास गवाह है कि ग्वालियर-चम्बल के वफादार खून ने गद्दारी से सदैव दूरी बनाई है, इस लिहाज से जो पार्टीजन कांग्रेस के सिद्धांतों और विचारधारा को समर्पित है वे ऐसे राजनैतिक पाखंड का शिकार नहीं होंगे। मिश्रा ने इस समारोह में शिरकत करने आ रहे मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री  नरेन्द्रसिंह तोमर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से भी आग्रह किया है वे इस सदस्यता अभियान के पहले स्वतंत्रता संग्राम की नायिका वीरांगना लक्ष्मीबाई की प्रतिमा स्थली पर भी आदरांजलि अर्पित करने भी जायें, ताकि वीरांगना के प्रति भाजपा व उनका सम्मान परिलक्षित हो सके।

मिश्रा ने भाजपा-सिंधिया से पांच सवाल भी पूछे है:-

1. वैश्विक कोरोना महामारी के प्रकोप से जब पूरे देश-प्रदेश के साथ ग्वालियर-चम्बल संभाग भी संघर्षरत था और है भी, इन छः माह की समयावधि में श्री सिंधिया कहां थे? क्या वे गत संपन्न लोकसभा चुनाव के दौरान गुना संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से एक लाख से अधिक मतों से हुई पराजय का बदला ग्वालियर से भी ले रहे है?

2. मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान जिन्होंने इसी अंचल के अटेर विधानसभा उपचुनाव के दौरान सिंधिया परिवार को आजादी के आंदोलन में अंग्रेजों का साथ देने वाला गद्दार और वीरांगना लक्ष्मीबाई का हत्यारा निरूपित किया था, क्या वे आज भी अपने इस बयान पर कायम है।

3. कमलनाथ सरकार के षड़यंत्रपूर्वक तख्तापलट अभियान के दौरान मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान ने श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को विभीषण शब्द के अलंकरण से नवाजा था, आज वे उन्हें किस रूप में देख रहे हैं?

4. पूर्व सांसद, ग्वालियर-चम्बल अंचल के 16 उपचुनाव क्षेत्रों के मीडिया प्रभारी  प्रभात झा ने सिंधिया को प्रदेश का सबसे बडा भू-माफिया कहा था!  झा आज भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी है इस स्थिति में आज क्या भाजपा अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के इस गंभीर प्रामाणिक आरोप से इत्तेफाक रखती है।

5. अपने आप को विकास पुरूष दर्शाने वाले  सिंधिया यदि विकास के वास्तविक पैरोकार हैं, तो वे यह भी बतायें कि फूलबाग क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले काफी समय पहले स्वीकृत रोपवे पुल के प्रस्तावित निर्माण को लेकर वे रोडा क्यों और किसलियें बने हुयें हैं! इसे लेकर उनकी विकास की अवधारणा कहां सुप्त हो गई?

मिश्रा ने इस तीन दिवसीय सदस्यता अभियान पर तंज कसते हुये मुख्यमंत्री से कहा कि एक ओर उन्होंने एक सप्ताह पूर्व प्रदेश में एक ओर प्रदेश से “गंदगी चले जाओ” मुहिम का आरम्भ वहीं लोकतांत्रिक मूल्यों, संवैधानिक मर्यादाओं को तार-तार करने वाले अवसरवादी गठबंधन को साथ लेकर “राजनैतिक गंदगी फैलाने” को प्रश्रय देने वाले ऐसे आयोजनों के वे सहभागी बन रहे है, यह कितना उचित है? उन्होंने सदस्यता अभियान में शिरकत करने आ रहे मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से भी यह जानना चाहा है कि गत दिनों  ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित उनके अनुयायियों के भाजपा प्रवेश और पार्टी विचारधारा को लेकर संघ प्रमुख  मोहन भागवत, पूर्व मंत्रीगण  जयभानसिंह पवैया व  अजय विश्नोई के सार्वजनिक हुये उनके बयानों/विचारों/ट्वीटस को लेकर भाजपा और राज्य सरकार का अभिमत क्या है?

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