मोदी और भाजपा अपने फायदे के लिए राहुल गांधी को ही विपक्ष का नेता बनाए रखना चाहते हैं, इसलिए संसद को भी नहीं चलने दे रहे-ममता बनर्जी
कांग्रेस गुजरात में मोदी को क्यों नहीं हरा पाती?-अखिलेश यादव।
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20 मार्च को भी संसद के दोनों सदन नहीं चले। संसद गत 13 मार्च से ही ठप पड़ी है। रोजाना कार्यवाही हो शुरू होती है, लेकिन पांच मिनट बाद ही दोनों सदनों को स्थगित कर दिया जाता है। दोनों सदनों के सांसद कोई कार्य नहीं करते, लेकिन सांसदों को पूरे दिन का भत्ता मिल रहा है। जनता जो टैक्स देती है उसी से संसद चलती है। संसद के संचालन पर रोजाना करोड़ों रुपया खर्च होता है। लेकिन जो सांसद जनता के वोट से चुना जाता है वही सांसद सदन को चलने नहीं दे रहे हैं। भाजपा सांसद जहां लंदन में दिए गए बयान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं तो वहीं कांग्रेस सहित 17 विपक्षी दलों के सांसद वित्तीय अनियमितताओं के मामले में अडानी समूह की कंपनियों की जांच संसद की संयुक्त समिति से करवाने की मांग पर अड़े हुए हैं। गंभीर बात यह है कि सरकार ने अडानी पर जेपीसी और कांग्रेस ने राहुल गांधी के माफी मांगने से साफ इंकार कर दिया है। ऐसे में संसद चलने को लेकर कोई रास्ता निकलता नजर नहीं आ रहा है। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का चौंकाने वाला बयान सामने आया है। ममता ने अपनी पार्टी टीएमसी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी और भाजपा चाहते हैं कि राहुल गांधी ही विपक्ष के नेता बने रहे। राहुल गांधी को नेता बनाए रखने के लिए ही संसद को चलने नहीं दिया जा रहा है। ममता ने कहा कि यदि राहुल गांधी विपक्ष के नेता रहते हैं तो मोदी और भाजपा को कभी भी नहीं हराया जा सकता। विपक्ष की इस कमजोरी को मोदी जानते हैं, इसलिए राहुल गांधी को विपक्ष का नेता बनाए रखना चाहते हैं। ममता ने कहा कि राहुल गांधी तो मोदी और भाजपा की टीआरपी है। ममता बनर्जी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब केंद्र सरकार की ओर से राहुल गांधी पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। 19 मार्च को भी दिल्ली पुलिस राहुल गांधी के आवास पर पहुंची और उन बलात्कार पीड़ित महिलाओं की पहचान बताने का आग्रह किया जिनको लेकर राहुल ने जम्मू कश्मीर में बयान दिया था। ममता के बयान ने जहां राहुल गांधी का नेतृत्व मानने से इंकार कर दिया है, वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि कांग्रेस गुजरात में मोदी को क्यों नहीं हरा पाती? अखिलेश ने कहा कि गुजरात में तो समाजवादी पार्टी चुनाव भी नहीं लड़ती है। यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता है, लेकिन पिछले 25 वर्ष से कांग्रेस हारती आ रही है। अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस में अब इतनी क्षमता नहीं कि वह भाजपा को हरा सके। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दलों को एकजुट होकर एक सांक्ष मंच बनाने की जरूरत है जो भाजपा को हरा सके। ममता बनर्जी की तरह अखिलेश यादव ने भी राहुल गांधी को विपक्ष का चेहरा मानने से इंकार कर दिया।
साभार:S.P.MITTAL