मामला उजागर होने के बाद कलेक्टर ने आरोपी क्लर्क को किया निलंबित
इंदौर : कलेक्टर कार्यालय में एक करोड़ रुपए से ज्यादा के गबन का मामला उजागर होने से हड़कंप मच गया है। सहायक ग्रेड तीन के बाबू द्वारा किए गए इस गबन की भनक तक अधिकारियों को नहीं थी। भोपाल से इस बारे में इंक्वायरी संबंधी पत्र आने के बाद मामले का खुलासा हो सका।
भोपाल से आई इंक्वायरी में 16 ऐसे ट्रांजेक्शन के बारे में इंगित किया गया था, जो एक ही खाते से जुड़े थे।
एक करोड़ से ज्यादा का गबन।
बताया जाता है कि कलेक्टर कार्यालय की लेखा शाखा के क्लर्क मिलाप चौहान ने एक करोड़ से ज्यादा की राशि अपनी पत्नी और एक प्राइवेट कंपनी एक्स्ट्रीम सॉल्यूशन के खाते में ट्रांसफर कर दी। प्रारंभिक जांच में ही गबन का मामला उजागर होने के बाद जिला प्रशासन ने आरोपी क्लर्क को सस्पेंड कर दिया है।
तीन साल से चल रहा था गबन का खेल।
मिली जानकारी के अनुसार क्लर्क मिलाप चौधरी ने तीन सालों में एक करोड़ चार लाख रुपये पत्नी और उसकी निजी कंपनी के खाते में जमा करवाए। कलेक्टर इलैय्या राजा टी ने क्लर्क मिलाप चौहान को निलंबित कर जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि जांच के बाद आरोपी क्लर्क के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। बताया जाता है कि जांच आगे बढ़ने पर गबन की राशि का आंकड़ा भी बढ़ सकता है। कलेक्टर ने एडीएम राजेश राठौर को जांच का जिम्मा सौंपा है।