नई दिल्ली।
गणेश चतुर्थी का त्योहार आने वाला है। ज्योतिष के मुताबिक भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। शास्त्रों में बताया गया है कि गणेश जी का जन्म भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी को मध्याह्न काल में, सोमवार, स्वाति नक्षत्र एवं सिंह लग्न में हुआ था। इसलिए यह चतुर्थी मुख्य गणेश चतुर्थी कही जाती है। रोचक जानकारी दे दें कि यह कलंक चतुर्थी के नाम से भी प्रसिद्ध है और गजब बात तो यह है कि इसे डण्डा चौथ भी कहते है।
पंचाग के अनुसार गणेश चतुर्थी 10 सितंबर 2021, शुक्रवार को मनाई जाएगी। 11 दिन तक चलने वाले इस पर्व को देशभर में बड़े ही धूमधा के साथ मनाया जाता है। इस 11 दिनों में गणेश जी के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है और अन्नत के दिन गणेश मूर्ती का विसर्जन किया जाता है। ये पर्व खासतौर से महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है।
घर में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और अन्नत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन किया जाता है।
गणेश चतुर्थी का मुहूर्त
1. इस पर्व में मध्याह्न के समय मौजूद (मध्यान्हव्यापिनी) चतुर्थी ली जाती है।
2. इस दिन रविवार या मंगलवार हो तो यह महा-चतुर्थी हो जाती है।