सपा नेता अबू आजमी और सहयोगी पर कसा शिकंजा
आयकर विभाग ने महाराष्ट्र से समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी और उनके कथित सहयोगियों के खिलाफ जांच के तहत बेनामी संपत्ति निरोधक कानून के अंतर्गत वाराणसी में नवनिर्मित फ्लैट और एक भवन परिसर तथा लगभग 50 करोड़ रुपये की बैंक जमा राशि कुर्क कर ली है.
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी. विभाग की लखनऊ स्थित बेनामी संपत्ति जांच इकाई ने इस जांच के तहत इस सप्ताह की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के वाराणसी और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में छापेमारी की थी.
सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि छापेमारी खत्म हो चुकी है और विभाग ने ‘विनायक ग्रुप’ नामक कंपनी की 10 करोड़ रुपये की बैंक जमा राशि, वाराणसी के मलदहिया में विनायक प्लाजा नामक रियल एस्टेट संपत्ति के टावर ‘सी’ को कुर्क कर लिया है, जिसका बाजार मूल्य 40-50 करोड़ रुपये है. सूत्रों के अनुसार, गंगा नदी के किनारे स्थित शहर के हमरौतिया इलाके में स्थित वरुणा गार्डन परियोजना के तहत निर्मित 45 फ्लैट भी कुर्क किये गये हैं. संपत्तियों को बेनामी संपत्ति लेनदेन निषेध अधिनियम के प्रावधानों के तहत कुर्क किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, हमरौतिया परियोजना में ये टू-बीएचके और थ्री-बीएचके फ्लैट कथित तौर पर आजमी के स्वामित्व वाले हैं और इनकी कीमत लगभग 30-32 करोड़ रुपये (बाजार मूल्य) आंकी गई है. सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग ने कुछ अन्य सम्पत्तियों को भी कुर्क किया है और ऐसा अनुमान है कि कुर्क की गयी सम्पत्तियों की कुल कीमत करीब 150 करोड़ रुपये होगी.
आयकर विभाग ने नौ परिसरों पर की थी छापेमारी
ऐसा पहली बार है कि आयकर विभाग ने तलाशी के दौरान बेनामी संपत्ति निरोधक कानून के तहत चल और अचल संपत्तियों के लिए अस्थायी कुर्की आदेश जारी किये हैं. विभाग ने पांच अक्टूबर को कम से कम नौ परिसरों पर छापेमारी की थी और इस मामले से कथित तौर पर जुड़े कुछ बेनामीदारों (जिनके नाम पर बेनामी संपत्ति है) पर छापेमारी की थी. आजमी (68) मुंबई की मानखुर्द शिवाजीनगर सीट से तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं.