आखिरी दम तक युवाओं का मार्गदर्शन करते रहे डाॅ.कलाम,

 

 

नई दिल्ली। देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की आज मंगलवार को छठी पुण्यतिथि मनाई जा रही है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट र उन्हें श्रद्धांजलि दी। जेपी नड्डा ने ट्वीट क्रते हुए कहा कि भारत रत्न डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि, ‘मिसाइलमैन’ के नाम से मशहूर, महान वैज्ञानिक, युवाओं के प्रेरणा स्रोत, जिन्होंने भारत को परमाणु शक्ति बनाने में अहम भूमिका निभाई। भारत के मिसाइल मैन के रूप में जाने जाने वाले, डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने न केवल विज्ञान में योगदान दिया, बल्कि भारत के 11 वें राष्ट्रपति के रूप में भी कार्य किया और उन्हें ‘पीपुल्स प्रेसिडेंट’ के रूप में माना जाता था।

कलाम ने राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया

एक एयरोस्पेस वैज्ञानिक के रूप में, डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत के दो प्रमुख अंतरिक्ष अनुसंधान संगठनों – रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ काम किया। उनके सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण वाहन प्रौद्योगिकी का विकास शामिल है। उन्होंने भारत के सबसे महत्वपूर्ण परमाणु परीक्षणों में से एक पोखरण-द्वितीय में मुख्य भूमिका निभाई। विज्ञान और राजनीति में उनके काम के लिए उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया। उन्होंने 25 जुलाई, 2002 और 25 जुलाई, 2007 के बीच भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।

आखिरी सांस तक एक्टिव डाॅक्टर कलाम

पूर्व राष्ट्रपति डाॅक्टर अब्दुल कलाम का पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलअब्दीन अब्दुल कलाम था। इनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को एक तमिल मुस्लिम परिवार में हुआ था। अब्दुल कलाम का शुरुआती जीवन काफी संघर्ष भरा रहा है। उन्होंने काफी कम उम्र से ही परिवार की मदद के लिए काम करना शुरू कर दिया था। देश के पूर्व राष्ट्रपति डाॅक्टर अब्दुल जीवन बेहद सादगी भरा रहा। खास बात तो यह है कि वह आखिरी सांस तक काम करते रहे। डाॅक्टर कलाम का कहना था कि सपने वह नहीं जो आप नींद में देखते, सपने वो हैं जो आपको सोने नहीं देते।डॉक्टर कलाम का 27 जुलाई, 2015 को शिलोंग में ‘ एक व्याख्यान देते हुए दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।

Shares