अमेरिका की बड़ी कार्रवाई, सभी ‘हमास समर्थकों’ के छात्र वीजा रद करेगी ट्रंप सरकार।

 

 

अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप लगातार कड़े फैसले ले रहे हैं। वहीं, अब ट्रंप सरकार बड़ी कार्रवाई करते हुए अमेरिका में सभी ‘हमास समर्थकों’ के छात्र वीजा रद करने जा रही है। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

 

ट्रंप यहूदी विरोधी भावना से निपटने के एक आदेश पर करेंगे हस्ताक्षर

 

व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यहूदी विरोधी भावना से निपटने के लिए बुधवार को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे और गैर-नागरिक कॉलेज के छात्रों और फलस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शनों में भाग लेने वाले अन्य विदेशियों को निर्वासित करने कार्रवाई शुरु करेंगे।

ट्रंप बोले- हमास समर्थकों के छात्र वीजा भी तुरंत रद कर दूंगा

ट्रंप ने फैक्ट शीट में कहा कि जिहादी समर्थक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वाले सभी निवासी विदेशियों को, हमने आपको नोटिस दिया है, आओ, हम तुम्हें ढूंढ लेंगे, और हम तुम्हें निर्वासित कर देंगे। आगे ट्रंप कहा कि मैं कॉलेज परिसरों में सभी हमास समर्थकों के छात्र वीजा भी तुरंत रद कर दूंगा, जो संस्थानों को कट्टरपंथ से प्रभावित रहे हैं।

हमास-इजरायल के बीच लड़ाई के दौरान अमेरिका में हुए प्रदर्शन

 

हमास के हमलों और उसके बाद गाजा पर इजरायली हमले के कारण कई महीनों तक फलस्तीन समर्थकों ने अमेरिका में विरोध प्रदर्शन किया, जिसके कारण अमेरिकी कॉलेज परिसरों को हिलाकर रख दिया। छात्रों ने इजरायली और यहूदी लोगों के खिलाफ खूब प्रदर्शन किए, यहां तक कि यहूदी छात्रों को मारने पीटने की भी खबरें आईं।

 

आदेश में एजेंसी और विभाग के नेताओं को 60 दिनों के भीतर व्हाइट हाउस को उन सभी आपराधिक और नागरिक अधिकारियों पर सिफारिशें प्रदान करने की आवश्यकता होगी जिनका उपयोग यहूदी विरोधी भावना से लड़ने के लिए किया जा सकता है, और हमारे कानूनों का उल्लंघन करने वाले निवासी विदेशी को हटाने की मांग की जाएगी।

फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने अपनी सफाई में अब कही ये बात

 

फैक्ट शीट में कहा गया है कि प्रदर्शनकारी हमास समर्थकों बर्बरता करते हुए यहूदी छात्रों को कक्षाओं में जाने से रोका और आराधनालयों में उपासकों पर हमला किया, साथ ही अमेरिकी स्मारकों और मूर्तियों को भी नुकसान पहुंचाया। कई फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने हमास का समर्थन करने या यहूदी विरोधी कृत्यों में शामिल होने से इनकार किया और कहा कि वे गाजा पर इजरायल के सैन्य हमले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।

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