अपनी गाड़ी से जा रहे हैं महाकुंभ स्नान के लिए, जानें ट्रैफिक प्लान, रूट डायवर्जन, पार्किंग डिटेल्स

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अपनी गाड़ी से जा रहे हैं महाकुंभ स्नान के लिए, जानें ट्रैफिक प्लान, रूट डायवर्जन, पार्किंग डिटेल्स

 

कब कब होंगे महाकुंभ के छह शाही स्नान

दूसरा शाही स्नान 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति पर होगा, तीसरा स्नान 29 जनवरी 2025 को मौनी अमावस्या पर होगा, चौथा शाही स्नान 2 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी पर होगा, पांचवां शाही स्नान 12 फरवरी 2025 को माघ पूर्णिमा पर होगा और आखिरी शाही स्नान 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि पर होगा.

 

सार

ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोमवार से शुरू हुए महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वाहनों की सुगम आवाजाही और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की है और विस्तृत योजना लागू की है। इस योजना में मेला क्षेत्र में प्रवेश करने वाले वाहनों के लिए निर्दिष्ट ट्रैफिक डायवर्जन और पार्किंग व्यवस्था शामिल है।

 

विस्तार

 

ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोमवार से शुरू हुए महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वाहनों की सुगम आवाजाही और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की है और विस्तृत योजना लागू की है।

उत्तर प्रदेश सूचना विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, इस योजना में मेला क्षेत्र में प्रवेश करने वाले वाहनों के लिए निर्दिष्ट ट्रैफिक डायवर्जन और पार्किंग व्यवस्था शामिल है।

 

गौरतलब है कि संगम मेला क्षेत्र में एंट्री रूट (प्रवेश मार्ग) जवाहरलाल नेहरू मार्ग (काली सड़क) से होगा, जबकि एक्जिट रूट (निकास मार्ग) त्रिवेणी मार्ग से होगा। प्रमुख स्नान पर्वों के दौरान अक्षयवट दर्शन दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेंगे।

जौनपुर से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग

जौनपुर से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग स्थल में चीनी मिल पार्किंग, पूर्वा सूरदास पार्किंग, गारापुर रोड, संयमी मंदिर कछार पार्किंग और बदरा सौनोती रहिमापुर मार्ग, उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग शामिल होंगे।

 

जौनपुर से आने वाले वाहन यहीं पार्क किए जाएंगे और श्रद्धालु पुरानी जीटी रोड से होकर मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।

वाराणसी से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग

वाराणसी से आने वाले वाहनों के लिए महुआ बाग थाना झूसी पार्किंग (अखाड़ा पार्किंग), सरस्वती पार्किंग, झूसी रेलवे स्टेशन, नागेश्वर मंदिर पार्किंग, ज्ञान गंगा घाट, छतनगर पार्किंग और शिव मंदिर उस्तापुर, महमूदाबाद पार्किंग की व्यवस्था की गई है।

 

वाराणसी से आने वाले वाहन यहीं पार्क किए जाएंगे और श्रद्धालु छतनगर रोड से होकर मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।

मिर्जापुर से आने वाले वाहन

इसी तरह मिर्जापुर से आने वाले वाहन देवरख उपरहार पार्किंग, उत्तरी/दक्षिणी, टेंट सिटी पार्किंग, ओमेक्स सिटी पार्किंग, गजिया पार्किंग और उत्तरी/दक्षिणी में पार्क किए जाएंगे।

 

मिर्जापुर से आने वाले वाहन यहीं पार्क किए जाएंगे और तीर्थयात्री अरैलबांध रोड से होकर मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।

रीवा-बांदा-चित्रकूट की ओर से आने वाले वाहन

रीवा-बांदा-चित्रकूट की ओर से आने वाले वाहनों को नवप्रयागम पार्किंग, (पूर्वी/पश्चिमी/विस्तार), कृषि संस्थान पार्किंग, (यमुना पट्टी), महेवा पूरब/पश्चिम पार्किंग एवं मीरखपुर कछार पार्किंग में पार्क कराया जाएगा।

 

रीवा-बांदा-चित्रकूट की ओर से आने वाले वाहन यहीं पार्क किए जाएंगे। श्रद्धालु अरैल बांध से पुराने रीवा रोड और नए रीवा रोड होते हुए मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।

कानपुर-कौशांबी से आने वाले वाहन

कानपुर-कौशांबी से आने वाले वाहन निम्नलिखित पार्किंग स्थलों पर पार्क किए जाएंगे:- काली एक्सटेंशन प्लॉट नंबर 17 पार्किंग- इलाहाबाद डिग्री कॉलेज ग्राउंड पार्किंग- दधिकांदो ग्राउंड पार्किंग

 

कानपुर-कौशांबी से आने वाले वाहन यहीं पार्क किए जाएंगे और श्रद्धालु जीटी जवाहर चौराहा और काली मार्ग से होते हुए मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।

लखनऊ-प्रतापगढ़ से आने वाले वाहन

लखनऊ-प्रतापगढ़ से आने वाले वाहन निम्नलिखित स्थलों पर पार्क किए जाएंगे: गंगेश्वर महादेव कछार पार्किंग, नागवासुकी पार्किंग, बख्शी बांध कछार पार्किंग, बड़ा बगदा पार्किंग, आईईआरटी पार्किंग, उत्तरी/दक्षिणी।

 

लखनऊ-प्रतापगढ़ से आने वाले वाहन यहीं पार्क किए जाएंगे और श्रद्धालु नवास की मार्ग से चलकर मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।

अयोध्या-प्रतापगढ़ से आने वाले वाहन

अयोध्या-प्रतापगढ़ की ओर से आने वाले वाहनों को शिवबाबा पार्किंग में पार्क किया जाएगा।

 

अयोध्या-प्रतापगढ़ की ओर से आने वाले वाहनों को यहीं पार्क किया जाएगा और श्रद्धालु संगम लोअर मार्ग से होते हुए मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।

संगम क्षेत्र में जाने की डिटेल

संगम में प्रवेश मार्ग: श्रद्धालु/स्नानार्थी जी.टी. जवाहर से प्रवेश करेंगे, काली रोड जाएंगे, काली रैंप का उपयोग करेंगे, और संगम ऊपरी मार्ग से होते हुए संगम तक पहुंचेंगे।

 

संगम से बाहर निकलने का मार्ग: श्रद्धालु अक्षयवट मार्ग से बाहर निकलेंगे, और अपने गंतव्य पर लौटने के लिए त्रिवेणी मार्ग से होते हुए इंटरलॉकिंग रिटर्न रूट का इस्तेमाल करेंगे।

 

महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को होगा, और प्रमुख स्नान अनुष्ठान (शाही स्नान) 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) और 3 फरवरी (बसंत पंचमी) को होंगे।महाकुंभ प्रयागराज 2025

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