प्रयागराज एवं महाकुंभ ।। ( भाग – 2 )
कुंभ शब्द की व्याप्ति शाब्दिक दृष्टि से कुंभ शब्द की व्युत्पत्ति इस प्रकार की जाती है – *कुं पृथ्वीं भावयति पोषयति विविधयागानुष्ठानैरिति कुम्भ:।* कुंभ वह महापर्व है, जिसमें विविध यज्ञों के अनुष्ठान से पृथ्वी का पोषण होता है। *कुम् कुत्सितम् उम्भति दूरयति लोकहिताय।* कुंभ पर्व लोक-कल्याण के लिए अपनी पावनता…